दोषियों के खिलाफ दर्ज हो सामूहिक हत्या का मामला : श्वेत मलिक

punjabkesari.in Sunday, Oct 21, 2018 - 10:49 AM (IST)

अमृतसर(महेन्द्र): जौड़ा फाटक क्षेत्र में दशहरे पर रावण के पुतले के दहन के दौरान हुए रेल हादसे में मारे गए निर्दोष लोगों की मौत को सांसद एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्वेत मलिक तथा भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तरुण चुघ ने एक सामूहिक हत्या का मामला बताया है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए मलिक ने कहा कि इस बड़े दुखद हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तथा रेल मंत्री पीयूष गोयल सहित राष्ट्रीय भाजपा के नेता एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूरी तरह से संपर्क में रहते हुए पल-पल की जानकारी हासिल कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हादसे के लिए डा. नवजोत कौर सिद्धू और आयोजक जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि लोगों के आक्रोश के बावजूद प्रशासन दोषियों को बचा रहा है। उन्होंने कैप्टन सरकार पर दोषियों के खिलाफ सामूहिक हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है।  

दिल्ली से बड़े-बड़े नेता पहुंचे, कैप्टन का समय पर न आना दुर्भाग्यपूर्ण
मलिक ने कहा कि इस बड़े रेल हादसे का पता चलते ही रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ही नहीं बल्कि भाजपा के प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के कई वरिष्ठ नेता बल्कि राज्य के गवर्नर भी पीड़ित परिवारों के इस दुख में शामिल होने के लिए रातों रात यहां पहुंच गए थे, लेकिन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह का समय पर न पहुंचना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।  उन्होंने कहा कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने घायलों के लिए स्थानीय अस्पतालों में पहुंच कर ब्लड डोनेट करने के साथ-साथ अन्य कई प्रकार की सहायता उपलब्ध करवाई है लेकिन कांग्रेसी नेता इस बड़े दुखद हादसे को लेकर अपना मुंह छिपाते फिर रहे थे।  

हाल गेट के बाहर धरना लगाने के पश्चात किया रोष मार्च
मलिक ने गत रात्रि ही जौड़ा फाटक रेल हादसे को लेकर शोक-स्वरूप शनिवार को अमृतसर बंद का आह्वान किया था, जिसके तहत मलिक तथा तरुण चुघ के नेतृत्व में स्थानीय भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने सुबह पहले तो स्थानीय हाल गेट के बाहर कैप्टन सरकार तथा स्थानीय प्रशासन के खिलाफ रोष-धरना लगाया और उसके पश्चात हाल बाजार में शांतमय एवं शोक स्वरूप प्रदर्शन भी किया। इस दौरान सारा हाल बाजार शोक स्वरूप पहले से ही बंद था। इस मौके पर श्वेत मलिक, तरुण चुघ के अलावा भाजपा प्रदेश सचिव राकेश गिल, प्रदेश प्रवक्ता केवल गिल, राजेश हनी, भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र मोहन सिंह छीना, जिलाध्यक्ष आनंद शर्मा, भाजपा पार्षद जरनैल सिंह ढोट, राजेश कंधारी, वरुण पुरी, डा. हरविन्द्र संधु, गौरव भंडारी, बलदेव राज बग्गा, संजीस खोसला, सलिल कपूर, भाजयुमो जिलाध्यक्ष गौतम अरोड़ा, राज कुमार जूडो, मोनू महाजन तथा अंकुश मेहरा आदि मौजूद थे। 

मारे गए ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश और बिहार के कामगार
अमृतसर में शुक्रवार की शाम को दशहरा समारोह के दौरान तेज गति ट्रेन की चपेट में आए ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रवासी कामगार थे। एक अधिकारी ने बताया कि 61 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें से अधिकारी 39 शवों की पहचान कर चुके हैं। जिला प्रशासन में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश और बिहार के ज्यादातर प्रवासी कामगार दुर्घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर एक औद्योगिक क्षेत्र में काम करते थे और निकटवर्ती क्षेत्र में रहते थे। उन्होंने कहा कि शुक्रवार की शाम को दशहरा समारोह में इन 2 राज्यों से संबंध रखने वाले लोग अच्छी-खासी संख्या में जुटे थे। वे अपनी आजीविका कमाने के लिए औद्योगिक क्षेत्र में काम कर रहे थे। 

अधिकारी ने हालांकि मृतकों के बारे में विस्तृत विवरण नहीं दिया क्योंकि 20 शवों की अभी पहचान की जानी बाकी है।  हादसे में घायल हुए उत्तर प्रदेश के हरदोई के रहने वाले 40 वर्षीय मजदूर जगुनंदन ने कहा कि वह रेल पटरी के निकट नहीं खड़ा था लेकिन रावण का पुतला दहन होने के बाद वह पीछे हट गया था क्योंकि लोगों ने मुख्य स्टेज की ओर भागना शुरू कर दिया था। 4 बच्चों के पिता जगुनंदन को उसका एक रिश्तेदार अस्पताल लेकर आया।  

रेलवे की गलती नहीं : सिन्हा  
 रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने रेलवे विभाग को क्लीन चिट देते हुए किसी भी जांच से इंकार कर दिया है। सिन्हा ने कहा कि किसी भी प्रकार की जानकारी न तो रेलवे को दी गई और न ही कोई अनुमति रेलवे प्रशासन से मांगी। ट्रेन के चालक की वकालत में सिन्हा बोले कि ड्राइवर को इधर-उधर देखने की जरूरत नहीं होती जबकि घुमावदार ट्रैक की वजह से उसे दिखाई देना संभव नहीं होता। 
सिन्हा ने कहा कि रेलवे की कोई गलती नहीं है और इसमें रेलवे विभाग अथवा रेल मंत्रालय कैसी जांच करवाए, किस बात की जांच करवाए? मनोज सिन्हा ने इस मामले में किसी भी राजनीतिक पक्ष को खारिज करते हुए कहा कि जनता से हमें हमदर्दी है। उधर एन.सी.पी. (राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी शरद पवार) पंजाब अध्यक्ष डा. सवर्ण सिंह पटियाला ने कहा कि इस दुख के मौके पर मृतक परिवारों से हमदर्दी है, सरकार उन्हें शीघ्र राहत व मुआवजा प्रदान करे। 

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