इश्क में अंधे प्रेमी ने प्रेमिका पर फेंका पैट्रोल, लाइटर से आग लगाने के बाद खुद के पेट पर मारे ब्लेड

punjabkesari.in Wednesday, Jun 27, 2018 - 09:32 PM (IST)

जालंधर(महेश): इश्क में अंधे एक प्रेमी ने बुधवार को अपनी प्रेमिका के घर में जाकर उस पर पैट्रोल फेंक दिया और बाद में अपने लाईटर से उसको आग लगा दी। इतना नहीं प्रेमिका को आग लगाने के बाद प्रेमी ने खुद के पेट में ब्लेड मार-मार गंभीर रूप से घायल हो गया और सिविल अस्पताल में जाकर भर्ती भी हो गया।

जगजीत कालोनी दकोहा में आज सुबह हुई उक्त घटना की सूचना मिलते ही थाना रामा मंडी के प्रभारी इंस्पैक्टर रूपिन्द्र सिंह व नंगल शामा पुलिस चौकी के प्रभारी एस.आई. रविन्द्र कुमार मौके पर पहुंच गए। पुलिस के पहुंचने से पहले ही रजनी पत्नी संजीव कुमार आग से बुरी तरह से जल चुकी थी, जिसे पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया जहां डाक्टरों ने बताया कि रजनी 70 फीसदी से ज्यादा जल चुकी है। अस्पताल में भर्ती आरोपी युवक की पहचान राजन पुत्र स्व. लाली निवासी एकता नगर चौगिट्टी, जालंधर के रूप में हुई है। रजनी जगजीत कालोनी में अकेली ही रहती थी। उसका डेढ़ साल का एक बच्चा भी है। पति संजीव कुमार किसी और जगह पर रहता है तथा सब्जी का काम करता है।  

पूरी तैयारी से आया था प्रेमी
रजनी का प्रेमी राजन पूरी तैयारी से अपनी प्रेमिका के घर आया था। उसने उसकी जान लेने का पहले से ही प्लान किया हुआ था, जिसके चलते वह सवा दो लीटर वाली पैट्रोल वाली बोतल और लाईटर साथ में लाया था। वारदात को अंजाम देने के बाद वह पैट्रोल वाली बोतल व लाईटर भी वहीं पर छोड़ गया जो कि पुलिस ने अपने कब्जे में लिए हैं। 

हत्या के प्रयास का केस दर्ज
सिविल अस्पताल में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही रजनी ने माननीय जज तरणजीत सिंह जे.एम.सी. के सामने बयान दिए हैं कि राजन उसे उसकेे साथ शादी करने के लिए मजबूर करता था। आज सुबह भी उसने उसे कहा कि वह उसके साथ चले, वह दोनों शादी कर लेंगे। रजनी ने कहा कि उसके मना करने पर राजन ने उस पर पैट्रोल फेंक दिया और आग लगा दी। माननीय जज को रजनी के दिए गए बयानों के बाद पुलिस ने आरोपी राजन के खिलाफ थाना रामा मंडी में हत्या के प्रयास की धारा 307  के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। 

एकता नगर में रहते बने संबंध
रजनी अपने पति के साथ पहले एकता नगर, चौगिट्टी में रहती थी। यहीं पर ऑटो चलाने वाला राजन रहता था, जिसके 6 और भी भाई है, जिनमें चार बड़े और दो छोटे हैं। राजन के पिता लाली की मौत हो चुकी है और मां बीमार रहती है। एकता नगर में ही राजन का रजनी से प्रेम हो गया। पति संजीव को इस बारे पता चला तो पति-पत्नी में कलेश शुरू हो गया। दोनों एकता नगर से किराए का मकान छोड़ कर चले गए। 

गदईपुर में भी 20-22 दिन रहे राजन और रजनी
राजन और रजनी में प्रेम प्रसंग इतना आगे बढ़ चुका था कि दोनों अपने घरों को छोडकर गदईपुर में चले गए। वहां राजन ने किराए पर कमरा ले लिया। करीब 20-22 दिन वहीं पर रहे। इस दौरान राजन ने ऑटो चलाना बंद कर दिया था और वेटर का काम करने लग पड़ा था। गदईपुर में रहते हुए ही राजन और रजनी में अनबन हो गई। रजनी राजन को छोड़ कर चली गई और दकोहा में आकर किराए का कमरा लेकर रहने लग पड़ी। 

राजन को घर वालों ने किया बेदखल
राजन की अभी शादी नहीं हुई थी। उनके घर वालों जब पता चला कि वह एक शादीशुद महिला के साथ संबंध रखता है तो उन्होंने उसेे बेदखल  कर दिया। राजन का घर में अपने घर में आना-जाना बंद हो गया। राजन को अब अपना सहारा सिर्फ प्रेमिका रजनी ही दिखाई दे रही थी। 

पति ने कहा राजन को मिले फांसी की सजा
बेशक पत्नी से संजीव कुमार की अनबन हो गई थी लेकिन आज सिविल अस्पताल में बूरी तरह झूलसी बैड पर पड़ी रजनी को देखते हुए वह कह रहा था कि उसकी पत्नी को आग लगाने वाले राजन को फांसी की सजा मिलनी चाहिए, जिसने उससे उसकी पत्नी छीन और मासूम बच्चे से उसकी मां। उसने कहा कि पहले उसके अपनी पत्नी से अच्छे संबंध थे जो कि राजन ने खराब कर दिए। 

Vaneet