कोरोना की वैक्सीन के बाद शहर में आ सकती है ब्लड की कमी, पढ़ें क्यों?

punjabkesari.in Wednesday, Apr 28, 2021 - 02:04 PM (IST)

जालंधर (सोनू): पंजाब में एक तरफ कोरोना संकट से हाहकार मचा हुआ है वहीं दूसरी तरफ संक्रमित मामले बढ़ने से ऑक्सीजन की कमी भी विकराल होती जा रही है। ऐसे में सरकार की तरफ से कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए टीकाकरण की मुहिम का तेजी से प्रचार किया जा रहा है। आपको बता दें कि पंजाब सरकार ने भी राज्य में 18 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए टीकाकरण कार्यक्रम को 1 मई से खोलने का ऐलान किया है।


लेकिन कोरोना का असर अब अस्पतालों में ब्लड बैंक पर भी पड़ सकता है। जी हां! आपको सुनकर थोड़ी हैरानी तो हुई होगी लेकिन ऑक्सीजन के बाद अब कोरोना का असर ब्लड बैंक में भी खून की कमी कर सकता है।

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जानकारी के लिए आपको बता दें कि कोरोना वैक्सीन लगाने वाला कोई भी व्यक्ति 56 दिन तक किसी को खून दान नहीं कर सकता। ऐसे में वैक्सीनेशन के बाद अब खून की कमी होनी शुरू हो गई है। अगर इस बात पर अभी से गौर न किया गया तो आने वाले साय से यह स्थिति और भयंकर बन सकती है।

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अगर पंजाब की बात करें तो पंजाब में थैलेसीमिया के हजारों मरीज हैं। जिनको हर हफ्ते 15 दिन बाद खून चढ़ाना पड़ता है।


अब अगर आने वाले समय में 18 साल के ऊपर वाले युवक कोरोना वैक्सीन लगा लेंगे तो खून की कमी होना लाजमी है। फिलहाल की बात करें तो जालंधर में इसकी कमी आनी अभी से शुरू हो गई है। जालंधर में थैलेसीमिया पेशेंट के लिए काम कर रही त्रिशला शर्मा का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से उनको खून दान करने वाले कम मिल रहे हैं।

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Content Writer

Tania pathak