पंजाब में बोगस बिलिंग माफिया अब 2 नंबर में बेच रहा करोड़ों का TDS! जानें कैसे चल रहा नेटवर्क

punjabkesari.in Monday, Sep 15, 2025 - 11:30 AM (IST)

लुधियाना (धीमान): पंजाब में बोगस बिलिंग करने वाला माफिया अब दो नंबर में टी.डी.एस. (टैक्स डिडक्शन एट सोर्स) को भी धड़ल्ले से बेच रहा है जिसे पकड़ने में राज्य का जी.एस.टी. विभाग पूरी तरह नाकाम है।

यह सारा खेल अफसरों की मिलीभगत से ही खेला जा रहा है। अगर अधिकारी चाहें तो दो नंबर में टी.डी.एस. बेचने वाले को एक झटके में दबोच सकते हैं। सूत्रों से पता चला है कि मंडी गोबिंगदगढ़ व लुधियाना की लोहा मंडी में टी.डी.एस. की बिक्री हो रही है। यह रैकेट मंडी गोबिंदगढ़ के अमलोह रोड से चल रहा है। जी.एस.टी. अधिकारी सब जानते हैं लेकिन इस माफिया के सरगना पर हाथ डालने से घबराते हैं। पता चला है कि यह सरगना किसी राजनीतिक शरण में काम कर रहा है। विभाग बिना बिल के किसी की भी गाड़ियां पकड़ता है तो यह माफिया उसका जुर्माना टी.डी.एस. के रूप में जमा पड़े पैसे से भरवाता है।

उदाहरण से समझते हैं कैसे बिकता है टी.डी.एस. : मान लिया जाये कि 'ए ' व्यकित ने अपनी स्क्रैप की गाड़ी 'बी' को बेची। 'बी' ने उस स्क्रैप को नगद में खरीदा और 'सी' को बोगस बिल लगाकर बेच दिया। अब 'सी' ने उस स्क्रैप की कुल कीमत पर लगा 18 प्रतिशत जीएसटी विभाग को जमा करवा दिया और 2 प्रतिशत बिल की कीमत का टी.डी.एस. काटकर स्क्रैप बेचने वाली 'बी' कंपनी के अकाऊंट में जमा करवा दिया। अब 'बी' ने उस 2 प्रतिशत वाले टी.डी.एस. को रिफंड के रूप में क्लेम नहीं किया, क्योंकि उसने 'ए' से परचेज नकद में की है।

अब उसके अकाउंट में 2 प्रतिशत वाला पैसा जमा पड़ा है। बाजार में जो पासर बिना बिल के गाड़ियों को इधर से उधर कर करते हैं और अगर उनकी गाड़ियों को अधिकारी पकड़ लें तो पासर बोगस बिलिंग करने वाले सरगना से उसकी कंपनी का बोगस बिल लेकर उसे गाड़ी का मालिक बना देते हैं और उसके अकाऊंट में टी.डी.एस. का जो 2 प्रतिशत वाला रुपया पड़ा है, उससे जुर्माना भर देते हैं।

यह सरगना पासर को 18 प्रतिशत जी.एस.टी. वाला बिल 6 से 8 प्रतिशत पर बेचता है और आधी कीमत पर टी.डी.एस. भी उसे बेच देता है। यह खेल करोड़ो में नहीं अरबों में खेला जा रहा है। विभाग चाहे तो जिस व्यक्त ने टी.डी.एस. काटा है. उसकी सही तरीके से भरी गई जी.एस.टी. की रिटर्न से जांच सकता है कि जिसका टी.डी.एस. उसने काटा है उसने अपनी रिटर्न क्यों नहीं दाखिल की या वह 'निल' अकाऊंट की रिटर्न क्यों दिखा रहा है।

अगर पिछले 6 माह में विभाग ने जिन कंपनियों से जुर्माना वसूला है, उसकी जांच कर ली जाए तो उसमें से 80 प्रतिशत कंपनिंयों का जुर्माना एक व्यक्ति द्वारा टी.डी.एस. के पैसे से भरा गया मिलेगा। यहां साफ नजर आ रहा है कि सरकार के मंत्री ही नहीं चाहते की सरकारी खजाना भरे।

बिना बिल की गाड़ी को अफसर ने रोका, पासर ने किया हमला, एफ.आई.आर. दर्ज

पंजाब केसरी ने कुछ दिन पहले खबर छापी थी कि विभाग पासरों पर एफ.आई.आर. दर्ज करवाएगा।  वही बठिंडा में पासर पर पहली एफ.आई.आर. ई.टी.ओ. भूपिंदरजीत सिंह ने विक्की सिंगला व दीपक सिंगला नामक व्यक्तियों पर करवाई है। अधिकारी ने आरोप लगाए हैं कि उक्त आरोपी ने उसका पीछा करते हुए एक ढाबे पर उससे हाथापाई की और धमकी देते हुए कहा कि अब हमारी गाड़ियों की चैकिंग करके दिखाना।

फिलहाल इन पर भारतीय न्याय संहिता की धारा-132, 221, 351 (1), 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है। यानी पंजाब केसरी की खबरों के बाद विभाग हरकत में आ गया है और अब एफ.आई.आर. दर्ज करवाने की ओर भी बढ़ने लगा है।

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News Editor

Urmila

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