कैसे बदलेगा उड़ता पंजाब, पूरा बॉर्डर सील होने पर भी नाकामयाब पुलिस और अन्य एजैंसियां

punjabkesari.in Wednesday, Sep 05, 2018 - 02:11 PM (IST)

अमृतसर(नीरज): 5 दरियाओं की धरती पंजाब से ‘उड़ता पंजाब’ काटैग हटाने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की तरफ से सख्त प्रयास किए जा रहे हैं और पूरा पंजाब बॉर्डर सील किया जा चुका है लेकिन पंजाब पुलिस सहित अन्य एजैंसियां पंजाब में नशे की डिमांड को रोक पाने में नाकामयाब साबित हो रही है। 

इसका सबूत इसी बात से पता चलता है कि पंजाब में सरगर्म तस्करों ने अब पाकिस्तानी सीमा से सटे पंजाब बॉर्डर की बजाय जम्मू-कश्मीर बॉर्डर का रूट अपना लिया है। इसी रूट पर पिछले एक महीने के दौरान कश्मीर से पंजाब जा रही 375 करोड़ रुपए की हैरोइन पकड़ी जा चुकी है, जबकि सूत्रों की मानें तो 500 करोड़ की हैरोइन पंजाब में पहुंच चुकी है। 


जम्मू-कश्मीर पुलिस, डी.आर.आई. व एन.सी.बी. की तरफ से हैरोइन पकड़े जाने के अलग-अलग मामलों में अभी तक 9 कश्मीरी तस्करों व 3 अमृतसर के तस्करों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया जा चुका है जो जालंधर और अमृतसर में हैरोइन की खेप पहुंचाने का प्रयास कर रहे थे। इसके अलावा कस्टम विभाग की तरफ से भारतीय अधिकार वाले कश्मीर व पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर के बीच चलने वाले बार्टर ट्रेड रूट स्लामाबाद में 66 किलो हैरोइन अलग से पकड़ी जा चुकी है, इस पर कश्मीर पुलिस की तरफ से कोई अगली कार्रवाई नहीं होने दी जा रही है। पता चला है कि इस केस में भी पंजाब के कुछ व्यापारियों का नाम सामने आ रहा है लेकिन केस को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।

अंतर्राष्ट्रीय तस्करों के गढ़ में रहता है तस्कर परमजीत सिंह
4 सितम्बर को एन.सी.बी. की तरफ से 22 किलो हैरोइन पकड़े जाने के मामले में लगभग 22 लाख रुपए की ड्रग मनी के साथ गिरफ्तार किया गया गांव रुड़ीवाला कस्बा चौहला साहिब निवासी तस्कर परमजीत सिंह अंतर्राष्ट्रीय तस्करों के गढ़ में रहता है। यह वही चौहला साहिब व तरनतारन के कस्बा सरहाली का इलाका है जहां अंतर्राष्ट्रीय तस्कर अमनदीप सिंह उर्फ सरपंच निवासी गांव ठट्ठा व उसका चाचा शीतल सिंह व अन्य रिश्तेदार हैरोइन स्मगलिंग के बड़े-बड़े केसों में वांटेंड चल रहे हैं। अमनदीप उर्फ सरपंच का फूफा भी डी.आर.आई. की तरफ से 35 किलो हैरोइन के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया जा चुका है और इस मामले में अभी कुछ और बड़े तस्करों की डी.आर.आई. को तलाश है। चौहला साहिब पुलिस की तरफ से अमनदीप सिंह उर्फ सरपंच को गिरफ्तार तो किया जा चुका है, लेकिन उसके गुर्गे अभी भी बाहर घूम रहे हैं और संभवत परमजीत सिंह अमनदीप सरपंच का ही गुर्गा हो। फिलहाल इस पहलू की भी जांच की जा रही है।

बार्टर ट्रेड रूट पर ट्रक स्कैनर भी नहीं
बार्टर ट्रेड रूट चकांन दा बाग व स्लामाबाद में केन्द्र सरकार की तरफ से 2 बड़े ट्रक स्कैनर लगाने के प्रोजैक्ट को हरी झंडी दी जा चुकी है, लेकिन अभी तक जम्मू-कश्मीर प्रशासन के असहयोग के चलते स्कैनर लगाने का काम ही शुरू नहीं हो सका है, जबकि इसी प्रोजैक्ट में अमृतसर के अटारी बॉर्डर पर आई.सी.पी. पर ट्रक स्कैनर लगाने का काम शुरू हो चुका है जो लगभग नवम्बर माह में पूरा हो जाएगा।

अमृतसर के ख्यालाकलां के रहने वाले थे 2 तस्कर
डी.आर.आई. की टीम की तरफ से जम्मू के इलाके में ही लगभग 1 किलो हैरोइन की खेप के साथ गिरफ्तार किए गए 2 तस्कर अमृतसर के ख्यालाकलां इलाके के रहने वाले थे, जिसमें से एक तस्कर को रिटायर्ड सैनिक रह चुका है। इन तस्करों ने इस खेप को कहां पर सप्लाई करना था और कैसे करना था, इसकी जांच अभी डी.आर.आई. की तरफ से की जा रही है।

कश्मीर में टैरर फंडिंग के साथ शुरू हुई ड्रग्स की सप्लाई
पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन भारतीय अधिकार वाले कश्मीर में टैरर फंडिंग के साथ ड्रग्स की सप्लाई भी शुरू कर चुके हैं, यह साबित हो चुका है। कश्मीर के पत्थरबाजों को भी फंडिंग की जा रही है। भारी भरकम हथियारों के साथ कश्मीर बॉर्डर क्रास करने वाले आतंकवादी अपने साथ तस्करों को भी हैरोइन की खेप भारतीय सीमा में लाने में मदद कर रहे हैं या फिर कोई दूसरा रास्ता अपना रहे हैं। इस मामले में सबसे मजबूत तर्क बार्टर ट्रेड रूट चकांन दा बाग व स्लामाबाद का आता है जहां कपड़े की गांठों में 66 किलो हैरोइन पकड़ी गई। यहां पर कस्टम विभाग के 1-2 अधिकारियों की तैनाती तो है लेकिन उनके पास चैकिंग करने के अधिकार नहीं हैं। इन 2 बार्टर ट्रेड रूट पर कस्टम विभाग को सिर्फ दिखावे के लिए तैनात किया गया है, जबकि सारा काम जम्मू-कश्मीर का प्रशासन करता है। पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर से भारतीय अधिकार वाले कश्मीर में कौन सी वस्तु आ रही है उसको चैक करना कस्टम विभाग के वश की बात नहीं है।

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