कबाड़िए से 20 हजार में खरीदी थी 4 बच्चों की जान लेने वाली स्कूल वैन

punjabkesari.in Sunday, Feb 16, 2020 - 08:51 AM (IST)

लौंगोवाल(विजय): सिमरन पब्लिक स्कूल की वैन को अचानक आग लगने के कारण 4 छोटे बच्चों के जिंदा जलने की दर्दनाक खबर मिलते ही पूरे इलाके में मातम छा गया। 

यह वैन एक दिन पहले ही 20 हजार रुपए में कबाड़िए से खरीदी गई थी जिसने 4 बच्चों की जान ले ली। आज पहले दिन ही बच्चों को इसमें ले जाया जा रहा था। पटियाला नंबर की यह वैन 20-22 साल पुरानी बताई जा रही है। इसमें कोई भी अग्निशमन यंत्र नहीं था। आठ बच्चों को जिंदा बाहर निकालने वालों में शामिल जग्गा सिंह, भोला सिंह, गुरमुख सिंह और ज्ञान सिंह ने बताया कि उन्होंने बड़ी मुशक्कत से 8 बच्चों को आग की चपेट में आई वैन में से बाहर निकाला। जब वे शेष चार बच्चों को बाहर निकालने लगे तो खिड़कियां नहीं खुलीं जिस कारण उनको बाहर नहीं निकाला जा सका तथा उनकी आंखों के सामने बच्चे जल कर राख हो गए। 

लोगों ने बताया कि उन्होंने वैन में लगी आग बारे ड्राइवर को सुचेत किया था लेकिन उसने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। इस हादसे में मारे गए 4 बच्चों में से 3 बच्चे एक ही परिवार के थे जोकि बाजवा परिवार के नाम से जाना जाता है। बताया जा रहा है कि जिंदा जले बच्चों में अढ़ाई साल की एक बच्ची आज पहले दिन ही स्कूल गई थी।  

सरकार और प्रशासन के खिलाफ लोगों ने की नारेबाजी 
वैन की खस्ता हालत को लेकर यहां इकट्ठे हुए हजारों लोगों ने स्कूल प्रबंधकों, सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विक्रमजीत विक्की, कामरेड सतपाल, किसान यूनियन नेता जसविन्द्र सिंह और अन्य नेताओं ने स्कूल प्रबंधकों के खिलाफ कत्ल का मामला दर्ज करने की मांग की। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधकों की तरफ से लगाई गई खस्ताहाल वैन कारण ही यह भयानक हादसा हुआ है।

प्रशासन ने कभी भी इन स्कूलों की बसों की हालत जानने की कोशिश नहीं की। इकट्ठे हुए लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि यह वैन गैस सिलैंडर से चलती थी परंतु जब थाना लौंगोवाल के एस.एच.ओ. बलवंत सिंह से इसकी पुष्टि करनी चाही तो उन्होंने कहा कि अभी तक की जांच में यह बात सामने आई है कि हादसाग्रस्त वैन पैट्रोल वाली थी। इस हादसे ने सरकार और प्रशासन पर कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं।

Edited By

Sunita sarangal