WWE का जबरदस्त क्रेज है युवाओं में, शरीर पर टैटू बनवाने के लिए लगे लाइनों में

punjabkesari.in Monday, Jan 06, 2020 - 10:23 PM (IST)

अमृतसर (निकिता मेहरा): अमेरिका के डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई के पैशन को देखते हुए शरीर पर टैटू बनाने का रिवाज अब बढ़ता-बढ़ता भारत में भी तेजी से आ गया है। वहीं अमृतसर में इसका भारी क्रेज देखने को मिल रहा है। यहां पर नौजवान लड़कों में इसकी बहुत अधिक कशिश पाई जा रही है। पहले समय में टैटूओं को युवकों के मां-बाप पसंद नहीं करते थे लेकिन नए युग में वर्ल्ड रेसलिंग एसोसिएशन के दिग्गज गर्ल्स और मेल फाइटरों के पराक्रम और पैशन को देखते हुए अब मां-बाप भी बच्चों को खूबसूरत टैटूओं में देखना पसंद करते हैं। महंगा शौक होने के बावजूद भी लोग लाइनों में लगे हैं। वर्ल्ड रेसलिंग के नामवर जॉन सीना, रैंडी ऑर्टन, सर्जियो रामोस, सीएम पंक, रोमन रेंस, ब्रॉक लेसनर, बटिस्टा की नकल पर नौजवानों में पूरे शरीर पर टैटूओं का जबरदस्त क्रेज बढ़ता जा रहा है।

कई कारणों से बनाते हैं टैटू
वैसे तो टैटूओं का रिवाज एक शारीरिक खूबसूरती के लिए ही माना जाता है लेकिन बड़ी संख्या में लोग ऐसे हैं जो पहचान, धार्मिक आस्था, माता पिता और जातियों के नाम गोदवा कर अपनी विशिष्ट पहचान बनाते हैं।

18 साल से कम नहीं बनाते टैटू
टैटू विशेषज्ञों का कहना है कि 18 साल के कम बच्चे का बैक टैटू नहीं बनाते। इसके लिए उनके मां-बाप की लिखित अनुमति और पहचान जरूरी होती है। वही शुगर के मरीजों को भी टैटू बनाने के लिए आम आर्टिस्ट्स मना कर देते हैं क्योंकि टैटू बनाने के उपरांत इन्हें नॉरमल होते कई महीने लग जाते हैं। वही आम आदमी को मात्र 10 दिन के लिए एहतियात रखनी जरूरी होती है जिसमें मात्र स्विमिंग की मनाही है।



यह है टैटू की जन्म कुंडली
वास्तविक तौर पर टैटू भारतीय आदिवासी लोगों की देन है जो अपने सदस्यों को मेले आदि में गुम हो जाने के डर से गोदवा देते थे बाद में इसे विश्व के लगभग सभी देशों ने अपनाना शुरू किया। पहले समय में टैटू गुदवाते समय बालों को रंग करने वाले मेटेरियल से ही टैटू गोदे जाते थे लेकिन अब इनमें ऑर्गेनिक कलर जिनका बेस इथाइल अल्कोहल होता है। टैटूओं की शुरुआत पहले बाजुओं से हुई थी लेकिन अब तो शरीर के हर हिस्से में टैटू गुदवाए जाते हैं।

कई रंगों में बनते है सुपर-टैटू
इसमें ब्लैक के अतिरिक्त हिक्री-कैरमल ब्राउन, रेडवाइन शेड, वायलेट, टहक-वॉयस, फ्लेम रेड, होली-आईज ग्रीन, हॉट एंड क्रैनबेरी पिंक, हनीड्यू, वार्मबीज अल्पाइन ग्रीन आदि कई रंगों के डिजाइन बन रहे हैं।



यह है इनफार्मेशन एंड अवेयरनेस 
टैटू विशेषज्ञ रोहित अरोड़ा कहते हैं कि कुछ लोगों को धारणा है कि टैटू बनाने के उपरांत इनको साफ नहीं किया जा सकता लेकिन अब लेजर सर्जरी से साफ किया जा सकता है इसमें कुछ सावधानियों को बर्तना जरूरी है।
* 10 दिन पानी और साबुन का परहेज
* साधारण पानी से नहाए मात्र 10 दिन
* स्विमिंग पूल से परहेज इसमें क्लोरीन होती है
* नीडल किट इंजेक्शन नीडल की तरह नई होनी चाहिए
* कलर किट एयर कांटेक्ट में ना आई हो रेडी ओपन एंड यूज
* स्किन की सेकंड लेयर पर टैटू को बनाएं तीसरी लेयर पर स्वेलिंग का खतरा होता है।

Mohit