सुमेध सैनी को पकडऩे या पकड़वाने वाले को दिया जाएगा ब्रेवरी गोल्ड मैडल : दल खालसा

punjabkesari.in Thursday, Sep 10, 2020 - 08:54 AM (IST)

अमृतसर (अनजान): पंजाब के पूर्व डी.जी.पी. सुमेध सैनी को पकडऩे या पकड़वाने वाले को जत्थेबंदियां ब्रेवरी गोल्ड मैडल देंगी। यह ऐलान दल खालसा के कार्यालय में शिरोमणि अकाली दल अमृतसर, यूनाइटिड अकाली दल, फैडरेशन सिख यूथ ऑफ पंजाब और पंजाब अलायंस सिख ऑर्गेनाइजेशन के नेताओं में हुई मीटिंग में दल खालसा के वक्ता कंवरपाल सिंह बिट्टू ने किया। उन्होंने कहा कि सुमेध सैनी के.पी.एस. गिल के बाद दूसरा बड़ा बदनाम पुलिस ऑफिसर हुआ है, जिसने बेगुनाहों की हत्याएं कीं। चाहे इस समय इस सबका खुलासा नहीं हुआ और वह बलवंत सिंह मुलतानी के मर्डर केस में वांछित है। सैनी को पनाह देने वाला भी बराबर का आरोपी है इसलिए उसे भी गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने सुमेध सैनी को कानून का भगौड़ा करार देते हुए पोस्टर जारी करते कहा कि ये पोस्टर पंजाब के साथ-साथ दिल्ली में भी लगाए जाएंगे। यदि यह पकड़ा गया तो यह जेल नहीं अस्पताल जाएगा और यह उसके साथी आफिसर करेंगे। यदि सरकार ने इसको पकडऩे में बेईमानी दिखाई तो हम सरकार के विरुद्ध भी सड़कों पर आएंगे।


14 को जत्थेबंदियां पवित्र स्वरूपों की बेअदबी संबंधी मंजी साहिब दीवान हाल में होंगी एकत्र 
अकाल फैडरेशन के प्रधान नारायण सिंह चौड़ा ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने &28 स्वरूपों की बेअदबी को छुपाते हुए उसका कोई रिकार्ड पेश नहीं किया और न ही सी.सी.टी.वी. कैमरों में कोई सबूत पेश किया है। इसके अलावा शिरोमणि कमेटी ने विदेश भेजे गए 450 स्वरूप जो सीलन से खराब हो गए थे, फिर पैन-ड्राइव भेज कर विदेश में छापे गए। इस तरह स्वरूपों की पैन-ड्राइव खुफिया तरीके से भेजने का गुनाह भी किया है। उन्होंने सभी सिख जत्थेबंदियों को 14 सितम्बर को गुरुद्वारा मंजी साहिब दीवान हाल में इकट्ठे होकर शिरोमणि कमेटी के गुनाहों से पर्दा उठाने के लिए कोई फैसला लेने का न्यौता दिया। गुरु साहिब की बेअदबी के लिए 2016 की कार्यकारिणी सहित अधिकारी और कर्मचारी ही नहीं, बल्कि मौजूदा प्रधान, कार्यकारिणी, अधिकारी और कर्मचारी बराबर के जिम्मेदार हैं। सबसे बड़ा गुनाहगार डा. रूप सिंह है, जिसने जांच कमेटी को बार-बार कहने पर सामने आकर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया। शिरोमणि कमेटी प्रधान आप ही यह फैसला लेता है कि आरोपियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी और फिर आप ही यह कहता है कि शिरोमणि कमेटी अपने आप में समर्थ और निष्पक्ष है और वह अपने फैसले आप ले सकती है, अगर समर्थ है तो बताए कि कोहली से कैसे 75 प्रतिशत वापस लेगी शिरोमणि कमेटी? उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी बिल्कुल समर्थ और निष्पक्ष नहीं है। शिरोमणि कमेटी के अपने आरोपियों के लिए फैसले और होते हैं तथा दूसरों के लिए और। उन्होंने कहा कि यदि 18 सितम्बर को यही होना है कि चार या पांच दिन गुनाहगारों को बर्तन साफ करने, झाड़ू लगाने या जोड़े साफ करने की सेवा लगाकर माफ कर दिया जाता है तो यह मंजूर नहीं होगा। 14 की मीटिंग में गुरु दुर्भावनापूर्ण के खिलाफ आगे वाली रणनीति तय की जाएगी। दल खालसा के हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि किसान जत्थेबंदियां खेती आर्डीनैंस को लेकर जो संघर्ष कर रही हैं, उसमें सभी सिख जत्थेबंदियां उनके साथ हैं।
 


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