फैंसिंग के पार ड्रोन की मूवमैंट जारी, BSF ने चलाया सर्च ऑप्रेशन
punjabkesari.in Monday, Jun 06, 2022 - 09:25 AM (IST)
अमृतसर(नीरज): बार्डर फैंसिंग के दोनों तरफ इस समय कोई भी फसल नहीं खड़ी है, क्योंकि हाल ही में गेहूं की फसल की कटाई हो चुकी है, लेकिन पाकिस्तानी तस्करों की तरफ से फिर भी ड्रोन की मूवमैंट जारी है। आम तौर पर गेहूं या धान की खड़ी फसल के दिनों में ही पाकिस्तान व भारतीय इलाके में सरगर्म तस्कर हैरोइन व हथियारों की खेप को ड्रोन के जरिए इधर-उधर करते हैं, लेकिन फसल के बिना ड्रोन की मूवमैंट होना काफी हैरानीनजक पहलू है।वहीं ड्रोन की मूवमैंट देखने के बाद बी.एस.एफ. की तरफ से अजनाला से सटी कुछ संवेदनशील बी.ओ.पीज पर सर्च ऑप्रेशन चलाया जा रहा है और यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि कहीं हैरोइन या हथियारों की खेप तो पाकिस्तानी तस्करों ने नहीं फैंकी है। ऊपर से घल्लूघारा दिवस होने के चलते पंजाब में पहले ही माहौल काफी तनावपूर्ण बना हुआ है।अत्याधुनिक ड्रोन रुकावट देखते ही बदल लेते हैं रास्ता : पाकिस्तान को ड्रोन की सप्लाई चाइना की तरफ से की जा रही है और ऐसे अत्याधुनिक ड्रोन बनाए जा रहे हैं, जो सामने रुकावट देखने पर अपने आप ही रास्ता बदल लेते हैं और रॉडार या एंटी ड्रोन सिस्टम की पकड़ में भी नहीं आते हैं। इनकी बैटरी लाइफ भी साधारण ड्रोन से कहीं ज्यादा होती है।
गैंगस्टर्स, तस्करों व आतंकियों का गठबंधन खतरनाक
जैसे-जैसे सुरक्षा एजैंसियों की तरफ से सख्ती बरती जा रही है वैसे वैसे असामाजिक तत्व भी अपने पैतरे बदल रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों के दौरान देखने में आया है कि गैंगस्टर्स, तस्करों व आतंकवादियों ने आपस में गठबंधन कर लिया है। कई बार नामी हैरोइन तस्कर जम्मू-कश्मीर के आतंकवादियों को टैरर फंडिंग करते पकड़े जा चुके हैं और गैंगस्टर्स के पास ए.के.-47 जैसे अत्याधुनिक हथियार पकड़े जाना भी इसका एक बड़ा सबूत है।
सीमावर्ती इलाकों में बड़ा अभियान चलाने की जरूरत
आमतौर पर देखा गया है कि सीमावर्ती इलाकों में तार के पार खेती करने वाले कुछ किसान ही हैरोइन व हथियारों की तस्करी करते पकड़े गए हैं। ऐसे में जिला प्रशासन, पुलिस व बी.एस.एफ. को सीमावर्ती इलाकों में बड़े स्तर पर अभियान चलाने की जरूरत है और लोगों को जागरुक करने की जरूरत है। हालांकि बी.एस.एफ. की तरफ से तस्करों की सूचना देने वालों को नकद इनाम की भी घोषणा की गई है, लेकिन यह नाकाफी है।
जेलों के अंदर से नैटवर्क चला रहे बड़े तस्कर
जेल इस समय हैरोइन तस्करों, गैंगस्टरों व आतंकवादियों के लिए एक आरामगाह बन चुकी हैं और बड़े तस्कर जेल में बंद होने के बावजूद अपना नैटवर्क चला रहे हैं। अमृतसर की केन्द्रीय जेल को ही देख लिया जाए तो आए दिन हवालातियों से दर्जनों मोबाइल फोन पकड़े जा रहे हैं, जबकि जेल परिसर में एक जैमर लगाने से यह समस्या का हल निकल सकता है, लेकिन फिर भी जैमर नहीं लगाए जा रहे हैं जिसके चलते तस्कर जेल के अंदर से ही अपने गुर्गों को दिशा-निर्देश जारी करते रहते हैं।