विजिलैंस ब्यूरो की बड़ी कार्रवाई, बिल्डिंग इंस्पैक्टर हरप्रीत कौर पति सहित रंगे हाथों गिरफ्तार
punjabkesari.in Wednesday, May 19, 2021 - 11:09 AM (IST)
अमृतसर(इन्द्रजीत): विजिलैंस ब्यूरो अमृतसर बॉर्डर रेंज ने नगर निगम के बिल्डिंग विभाग में तैनात महिला इंस्पैक्टर हरप्रीत कौर और उसके पति प्रथमेश मोहन उर्फ राहुल को 1 लाख 20 हजार की रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है। विजिलैंस ब्यूरो ने पिछले दिनों ही रिश्वतखोरी के मामले में डा. राजू चौहान को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
जानकारी के मुताबिक शिकायतकत्र्ता मनोज छाबड़ा ने विजिलैंस विभाग को शिकायत दी कि उसने अपना एक प्लाट निर्माण के लिए शुरू करवाया था, जिसके ऊपर की मंजिल पर रिहायश और नीचे तीन दुकानें बनानी थीं, इसे रोकने के लिए नगर निगम विभाग में तैनात इंस्पैक्टर हरप्रीत कौर ने 2 बेलदार रैंक के कर्मचारियों पवन कुमार और राजीव कुमार को भेजा और बिल्डिंग का काम रुकवा दिया। कर्मचारी उसका बिल्डिंग निर्माण संबंधी सामान भी उठा ले गए। जब शिकायतकत्र्ता छाबड़ा ने अपने पड़ोसी रह चुके इंस्पैक्टर हरप्रीत कौर के पति प्रथमेश मोहन उर्फ राहुल से संपर्क साधा तो उसने इसके लिए एक लाख रुपए रिश्वत की मांग की और कहा कि इस रिश्वत के साथ-साथ 20 हजार रुपए अतिरिक्त देने होंगे और जिस व्यक्ति ने इसकी शिकायत की है, उसे भी चुप कराना होगा। शिकायतकत्र्ता से इस रकम को 50-50 हजार रुपए की किस्तों में देने का वायदा लिया गया।
जब पीड़ित व्यक्ति इतने पैसों का प्रबंध न कर सका तो वह दोबारा इंस्पैक्टर हरप्रीत कौर के घर जाकर उससे मिला और रिश्वत की रकम में रियायत करने की बात की। रिश्वत की रकम तय होने के बाद एक बार तो इंस्पैक्टर हरप्रीत कौर ने अपने दोनों कर्मचारियों और पति को उसका सामान वापस देने के लिए कहा, लेकिन इसके उपरांत जब फिर भी सामान वापस न हुआ तो शिकायतकत्र्ता ने दोबारा इंस्पैक्टर के पति को संपर्क किया और इसमें 10 हजार रुपए रिश्वत कम करने की बात हुई। इसी बीच शिकायतकत्र्ता और इंस्पैक्टर हरप्रीत कौर के पति ने कई बार फोन पर बात की जिसकी रिकॉॢडग में पूरी की पूरी बात सामने आई और अपनी शर्तों के आधार पर महिला इंस्पैक्टर के पति ने रकम की लेन-देनदारी की बात फिर दोबारा से निश्चित कर ली और शर्तों के आधार पर ही उसका सामान भी वापस कर दिया गया। रिश्वतखोरी के इस पूरे रिकॉर्डिंग के प्रसंग में विजिलैंस विभाग को पूरा यकीन हो गया कि यह गंभीर विषय है और इस पर कार्रवाई बनती है।