8 घंटे पीपी किट डालने से डॉक्टर तथा स्टाफ का खून मारने लगा उबाले, उच्च अधिकारियों को करवाया अवगत

punjabkesari.in Friday, May 22, 2020 - 07:12 PM (IST)

अमृतसर (दलजीत शर्मा):  जिले में पड़ रही भीषण गर्मी के दौरान गुरु नानक देव अस्पताल की आइसोलेशन वार्ड में पीपी किट डालकर 8 घंटे लगातार काम करने वाले डॉक्टरों तथा स्टाफ का खून उबल रहा है। वार्डों में एसी खराब होने के कारण  स्टाफ को  42 डिग्री तापमान में पंखे के सहारे काम करना काफी मुश्किल हो गया है। मेडिसन विभाग के उच्च अधिकारियों ने आइसोलेशन वार्ड में एसी लगाने के लिए उच्चाधिकारियों के मामला भी ध्यान में इस बंद में ला दिया है।

जानकारी अनुसार अस्पताल की 3 वार्डों में मरीजों को रखा गया है इनमें से 2 वार्डों में एसी तो लगे हैं परंतु वह काफी समय से खराब पड़े हैं जबकि मेडिसीन वार्ड नंबर 5 मैं तो एक भी ऐसी नहीं लगा हुआ है। इन वार्ड में दो 2 डॉक्टर 2 स्टाफ नर्स तथा दो दर्जा चार कर्मचारी 3 शिफ्ट में आठ 8 घंटे की ड्यूटी कर रहे हैं। जिस कमरों में डॉक्टर तथा उनके कमरे में तो खिड़कियां भी नहीं है जिस कारण उन्हें भीषण गर्मी में एक पंखे के सहारे काम करना पड़ रहा है। उधर दूसरी ओर मरीजों के लिए भी एसी ना होने के कारण वह भी पंखे के सहारे अपना इलाज करवा रहे हैं। कहीं डॉक्टर ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया की वार्ड में जब वह पीपी किट डालकर काम करना शुरू करते हैं तो 8 घंटे उनके शरीर को ना तो हवा लगती है तथा न ही वह किट को उतार सकते हैं। कई बार तो इतनी गर्मी लगती है कि उन्हें भी बेचैनी होने लगती है जब वह ड्यूटी ऑफ होने के बाद किट को उतारते हैं तो सारा शरीर पसीने से भर जाता है। उन्होंने बताया कि जब मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉक्टर सुजाता शर्मा ने निरीक्षण किया था तो सब कुछ डॉक्टर ने अपने शरीर को हवा लगाने के लिए पीपी किट उतारी हुई थी कॉलेज प्रशासन द्वारा अपनी गलती को सुधारने की बजाय उन्हें नोटिस निकाल दिया गया जो भी अच्छा कार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि डॉक्टरों को पर्याप्त सुविधाएं दी जाएं तो वह और मेहनत से काम कर सकते हैं। उधर दूसरी ओर मेडिसन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने एसी ठीक करवाने के लिए मेडिकल कॉलेज के उच्च अधिकारियों को कहां है उम्मीद है कि जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा। भीषण गर्मी में बच्चों को काम करना काफी मुश्किल हो रहा है। अगर आने वाले दिनों में एसी ठीक नहीं होते तथा गर्मी और ज्यादा बढ़ती है तो वार्ड में काम करना बेहद मुश्किल हो जाएगा।

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Tania pathak