कुंवर विजय प्रताप के तबादले को कैबिनेट मंत्रियों ने बड़ी गलती करार दिया

punjabkesari.in Tuesday, Apr 09, 2019 - 06:08 PM (IST)

जालंधर(धवन): पंजाब में धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी की घटनाओं की जांच कर रहे आई.जी. कुंवर विजय प्रताप के तबादले को कैबिनेट मंत्रियों ने एक बड़ी गलती करार दिया है। कैबिनेट मंत्री सुखजिन्द्र सिंह रंधावा ने कहा कि चुनाव आयोग को कुंवर विजय प्रताप के तबादले पर पुनॢवचार करने की जरूरत है। क्योंकि एक संवेदनशील मसला जांच के लिए कुंवर विजय प्रताप सिंह के हवाले किया गया था। उन्होंने कहा कि इस तरह तबादला करने से जांच कर रहे अधिकारी हतोत्साहित होंगे तथा इससे जांच पर भी असर पड़ेगा।

कैबिनेट मंत्रियों ने कहा कि चुनावों की आड़ में झूठी शिकायतें करने वाले अकाली अपनी इन हरकतों से स्वयं ही जनता की नजरों में गिर जाएंगे। उन्होंने कहा कि बादलों ने जानबूझ कर कुंवर विजय प्रताप की शिकायत चुनाव आयोग को की, जिसके बाद उन्हें तबदील कर दिया गया ताकि दोनों बादल जांच से जनता का ध्यान हटा सकें। उन्होंने कहा कि नरेश गुजराल के कंधों पर हाथ रखकर बंदूक चलाने वाले बादल पिता -पुत्र तथा अकाली दल को जनता इन चुनावों में स्वत: ही सबक सिखा देगी। 

उन्होंने केन्द्रीय चुनाव आयोग से अपील की कि वह अकालियों द्वारा की जा रही झूठी शिकायतों को गंभीरता से न लें व निष्पक्ष व कानून के अनुसार जांच कर रहे अधिकारियों को तबदील करके उन पर दबाव न डालें। उन्होंने कहा कि कानून के अनुसार काम कर रहे अधिकारियों के साथ वह खड़े हैं। उन्होंने कहा कि कुंवर के तबादले से धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी का मामला ठप्प पडऩे वाला नहीं है बल्कि चुनावों में यह और उग्र होकर सामने आएगा। सिख समुदाय को भी पता चल गया है कि कुंवर का तबादला करवाने के पीछे कौन से लोग हैं। 


 

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