पंजाब से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की बढ़े गिनती, तभी पर्यटन होगा मजबूत

punjabkesari.in Saturday, Dec 07, 2019 - 09:18 AM (IST)

मोहाली/जालंधर(अश्वनी/धवन): एक बार फिर पंजाब से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को बढ़ाने की मांग दोहराई गई है। प्रोग्रैसिव पंजाब इन्वैस्टर्स सम्मिट-2019 (पी.पी.आई.एस.) के दूसरे दिन प्रतिनिधियों ने कहा कि पंजाब को चिकित्सा पर्यटन केंद्र के रूप में उभारा जा सकता है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की गिनती को बढ़ाना होगा।  ‘इंटरनैशनल एंड डोमैस्टिक मैडीकल टूरिज्म के केंद्र के तौर पर पंजाब को विकसित करना’, विषय संबंधी सत्र दौरान प्रतिनिधियों ने कहा कि यह अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे, कुशल मानवशक्ति और सरकार के सहयोग के साथ-साथ बढिय़ा आतिथ्य क्षेत्र के चलते एक आदर्श राज्य है, जो चिकित्सा पर्यटन के एक केंद्र के रूप में उभरने के लिए पूर्ण क्षमता रखता है।

खास तौर पर उज्बेकिस्तान और कजाकिस्तान जैसे सी.आई.एस. देशों से राज्य में और अधिक सीधी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें लाने के साथ-साथ प्रवासी भारतीय मरीजों को आकॢषत करने के लिए अमरीका, कनाडा, यू.के., आस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड के प्रवासी भारतीयों की जरूरत को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव डाला जाना चाहिए। सत्र की शुरुआत में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग अग्रवाल ने राज्य के प्रयासों की रूपरेखा संबंधी एक विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि पंजाब में 6 मैडीकल, 13 डैंटल और बड़ी संख्या में नॄसग कालेज हैं। फोॢटस, आई.वी., मैक्स, अपोलो, मैडकार्ड, स्विफ्ट अस्पताल, ग्रीशियन, ग्लोबल, कैपिटल, सी.एम.सी., डी.एम.सी. जैसे प्रमुख हैल्थकेयर के अस्पताल मौजूद हैं।

प्रमुख सचिव ने बताया कि टाटा मैमोरियल सैंटर, मुंबई के सहयोग से संगरूर में स्थापित 100-बैड वाले होमी बाबा कैंसर अस्पताल ने 2 वर्षों में 7000 रोगियों का इलाज किया और 5 वर्षों में 12,000 रोगियों का पंजीकरण किया है। हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र का प्रमुख शहरों में भी काफी विकास हो रहा है। सरकार द्वारा नए संस्थानों और विस्तार परियोजनाओं के लिए अन्य बड़े समूहों के साथ गंभीर चर्चा जारी है। अगले साल चंडीगढ़ से सटे लगभग 350 एकड़ में नए मैडीसिटी के लिए मैडीकल ईको-सिस्टम स्थापित किया जाएगा। स्वास्थ्य सेवा के प्रमुख दिग्गज स्वास्थ्य सेवा संस्थान स्थापित कर रहे हैं।

पद्म भूषण से सम्मानित डा. के.के. तलवार ने कहा कि पंजाब में पहले से ही मध्य एशियाई देशों, अमरीका, ब्रिटेन के एन.आर.आई. और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों से मैडीकल टूरिज्म की संभावनाएं मौजूद हैं। यह 2173 से अधिक मल्टी-स्पैशिएलिटी और सुपर-स्पैशएलिटी अस्पतालों में नेत्र-चिकित्सा, काॢडयोलॉजी, आई.वी.एफ., कूल्हे और घुटने के प्रतिस्थापन, दंत चिकित्सा, गाल ब्लैडर को हटाने आदि के लिए उन्नत उपचार सुविधाओं के एक स्वास्थ्य सेवा वितरण तंत्र की मजबूत उपस्थिति के कारण संभव है। मैडीकल से लेकर नॄसग व फार्मेसी कालेजों और अनुसंधान संस्थानों तक में उपलब्ध मानक शिक्षा की मजबूत उपस्थिति तंत्र को पूरा करती है और राज्य को अनिवार्य मानव पूंजी उपलब्ध हो रही है। इस मौके पर डा. आशुतोष रघुवंशी, एम.डी. एंड सी.ई.ओ. फोर्टिस हैल्थकेयर, डा. अनुपम सिब्बल, ग्रुप मैडीकल डायरैक्टर अपोलो अस्पताल, सी.डी.आर. जेलसन कवलक्कत, सी.ई.ओ. एस्टर मैडीसिटी कोच्ची आदि शामिल थे। 


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