मालगाड़ियों के संचालन को यात्री ट्रेनों से जोड़े जाने का फैसला ‘असंगत'' है: कैप्टन

punjabkesari.in Monday, Nov 09, 2020 - 09:53 PM (IST)

चंडीगढ़ः पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने राज्य में मालगाड़ियों के संचालन को यात्री ट्रेनों से जोड़े जाने संबंधी रेलवे के फैसले को सोमवार को ‘‘पूरी तरह से अतार्किक और असंगत'' करार दिया। रेलवे ने पंजाब में मालगाड़ी सेवा को फिर से शुरू करने से इनकार करते हुए कहा कि या तो मालगाड़ी और यात्री दोनों ट्रेनों का संचालन होगा या फिर इनमें से किसी का नहीं होगा। कैप्टन ने कहा कि मालगाड़ी और यात्री ट्रेनों की आवाजाही को आपस में जोड़े जाने का कोई तर्क नहीं है। 

उन्होंने यहां एक बयान में कहा कि पंजाब में आने वाले यात्री हरियाणा के अंबाला और चंडीगढ़ जैसे नजदीकी स्थानों के स्टेशनों तक आसानी से ट्रेनों से जा सकते हैं, जहां से वे कुछ ही घंटों में पंजाब में सड़क मार्ग से अपने गंतव्य स्थानों तक जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि माल ढुलाई के लिए यह विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि किसानों समेत पंजाब के लोग इस तरह से अपनी आवश्यक जरूरतों से वंचित रह जाते हैं, तो स्थिति और बिगड़ सकती है। किसानों ने केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ ‘‘रेल रोको'' आंदोलन शुरू किया था और 24 सितम्बर से ही पंजाब में ट्रेन सेवाएं निलंबित है। 

कैप्टन ने कहा कि रेलवे के फैसले का बचाव कर भाजपा किसानों के गुस्से को भड़काने का काम कर रही है। भाजपा की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने आरोप लगाया था कि राज्य सरकार प्रदर्शनकारियों को ट्रेन सेवाओं को बाधित करने से रोकने में विफल रही है। मुख्यमंत्री ने शर्मा के इस आरोप पर कहा कि तथ्य यह है कि यह उनकी सरकार है जिसने किसानों को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के वास्ते कुछ अवरोधकों को हटाने के लिए आश्वस्त किया। सिंह ने कहा कि रेलवे के अड़ियल रूख से लगता है कि वह मालगाड़ी के मुद्दे को सुलझाने का इरादा नहीं रखती है।

Mohit