कैप्टन का सुखबीर को जवाब, 'मुझे सीख देने की जरूरत नहीं'

punjabkesari.in Monday, Apr 16, 2018 - 09:34 AM (IST)

जालन्धर(धवन): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल द्वारा शासन चलाने की उनकी कार्यप्रणाली की आलोचना करने पर करारा जवाब देते हुए कहा है कि मुझे पूर्व उपमुख्यमंत्री से शासन चलाने के संबंध में कोई सीख लेने की जरूरत नहीं है क्योंकि पूर्व अकाली-भाजपा गठबंधन के कुशासन ने 10 वर्षों में पंजाब को कंगाल करके रख दिया है। 

पंजाब पुलिस ने टार्गेट किलिंग्स पर लगाई रोक
पंजाब को आर्थिक तौर पर दीवालिया बनाने के लिए पूर्व अकाली सरकार जिम्मेदार है इसलिए सुखबीर को कांग्रेस सरकार की कार्यप्रणाली व शासन पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुखबीर का बयान पूरी तरह से बेतुका है तथा इसमें उनकी निराशा व हताशा झलकती है क्योंकि अकाली दल राज्य के सियासी परिदृश्य से गायब हो गया है। सुखबीर को कांग्रेस शासनकाल को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है बल्कि सुखबीर अब अकाली दल पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए फिक्रमंद रहें। पूर्व अकाली सरकार के समय पुलिस व प्रशासनिक अफसरशाही से जिस तरह का दुव्र्यवहार किया जाता था, में वह भरोसा नहीं रखते हैं इसलिए उन्होंने सिविल और पुलिस प्रशासन को बिना किसी डर के काम करने के लिए फ्री हैंड दिया है। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस को खुला हाथ न दिया जाता तो राज्य में गैंगस्टर्स पर काबू पाना कठिन हो जाता। पंजाब पुलिस ने न केवल गैंगस्टर्स पर काबू पाया बल्कि टार्गेट किलिंग्स पर रोक लगाई तथा कानून-व्यवस्था की स्थिति बहाल की है।

मनप्रीत बादल ने भी अकाली दल प्रधान पर बोला सियासी हमला
राज्य में अफसरशाही अब पारदर्शी ढंग से काम कर रही है जबकि एक दशक पहले तक उसमें खामियां आ गई थीं। मुख्यमंत्री ने सुखबीर को चुनौती देते हुए कहा कि वह एक भी कानूनी उपाय बताएं जो उनकी सरकार ने सिद्धू के मामले में सुप्रीम कोर्ट में लिया हो। सुखबीर को अब अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल केंद्र में अपनी सहयोगी पार्टी भाजपा सरकार की तरफ लगाना चाहिए ताकि पंजाब के हितों की रक्षा की जा सके। दूसरी तरफ वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने सुखबीर पर बरसते हुए कहा कि वह वित्तीय स्थिति को लेकर अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं। वास्तव में बादलों ने तो राज्य की परिसम्पत्ति को अधिक फंड प्राप्त करने के उद्देश्य से गिरवी रख दिया। पूर्व बादल सरकार को वित्तीय प्रबंधन की जरा भी जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि न केवल पंजाब की सम्पत्ति को गिरवी रखा गया बल्कि नौजवानों के भविष्य से भी खिलवाड़ किया गया। आज पंजाब पर 2.08 लाख करोड़ का कर्जा चढ़ा हुआ है जिसके लिए अकाली सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि अब भी सुखबीर बचकानी हरकतें कर रहे हैं। सुखबीर को अब अपने साथ बादल शब्द जोडऩे का नैतिक अधिकार नहीं है।

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