मुख्यमंत्री अमरेन्द्र के दखल के बाद नैशनल हाईवे अथारिटी की आंखें खुली

punjabkesari.in Thursday, Jun 14, 2018 - 05:39 PM (IST)

जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा केन्द्र सरकार के सामने पंजाब में लंबित पड़े 6 व 4 लेन प्रोजैक्टों का मामला उठाए जाने के बाद नैशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया की आंखें खुल गई हैं तथा उसने इन प्रोजैक्टों पर काम करने वाली कम्पनियों को नोटिस जारी कर दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने जाहिर की थी नाखुशी
सरकारी हलकों से पता चला है कि मुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार के सामने इस बात को लेकर नाखुशी जाहिर की थी कि पंजाब में अभी तक 6 लेन प्रोजैक्ट जोकि जालंधर तथा पानीपत के बीच बनना था, वह अधर में लटका हुआ है। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने यह मामला लगभग 2 बार केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी के सामने भी उठाया था। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय सड़क, परिवहन व हाईवे मंत्रालय को यह भी बताया था कि इन प्रोजैक्टों के पूरे न होने के कारण सड़क मार्ग से यात्रा करने वाले लोगों को ट्रैफिक जाम व अन्य समस्याओं से रूबरू होना पड़ रहा है क्योंकि वाहनों की गिनती लगातार बढ़ती जा रही है परन्तु दूसरी तरफ सड़कें पुराने आधारभूत ढांचे के अनुसार ही काम कर रही हैं।

कम्पनी को जारी किया गया है नोटिस
इसके बाद केन्द्र सरकार ने नैशनल हाईवे अथारिटी को इस संबंध में रिपोर्ट देने के लिए कहा है। नैशनल हाईवे अथारिटी ने सोमा-आईसोलक्स एन.एच.1 टॉलवे कम्पनी को नोटिस जारी कर दिया कि वह 6 लेन प्रोजैक्ट को समय सीमा में पूरा करे। इसी तरह से मुख्यमंत्री ने राज्य के अन्य भागों से गुजरने वाले 4 प्रोजैक्टों का मामला भी केन्द्र सरकार के सामने उठाया था। सरकारी हलकों ने बताया कि लोक निर्माण मंत्री विजयइंद्र सिंगला ने भी इस मामले को लेकर अपनी नाराजगी नैशनल हाईवे अथारिटी के चेयरमैन के सामने जाहिर की थी। उसके बाद तुरन्त नैशनल हाईवे ने 6 लेन प्रोजैक्ट बना रही कम्पनी को नोटिस जारी कर दिया। कम्पनी को एक महीने के अंदर जवाब देने के लिए कहा गया है। नोटिस में कहा गया है कि अगर कम्पनी समय सीमा के अंदर काम पूरा करने में सफल नहीं होती है तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

 

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