लंदन रैली में पाकिस्तानी राजनीतिज्ञों की उपस्थिति ने ISI का हाथ उजागर किया : अमरेन्द्र

punjabkesari.in Tuesday, Aug 14, 2018 - 08:47 AM (IST)

जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि रिफरैंडम 2020 को कोई जमीनी समर्थन नहीं मिला है, चाहे सिख फार जस्टिस (एस.एफ.जे.) ने लंदन में इसके समर्थन में रैली का आयोजन किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिख फार जस्टिस ऐसे तत्वों का समूह है, जो पाकिस्तान की एजैंसी आई.एस.आई. के हाथों में खेल रहा है ताकि भारत में गड़बड़ करवाई जा सके।

उनके नापाक इरादों को विश्व भर में बसे लोगों ने नकार दिया है। उन्होंने कहा कि लंदन रैली में पाकिस्तानी राजनीतिज्ञों की उपस्थिति से स्पष्ट होता है कि इसके पीछे आई.एस.आई. का हाथ था। रैली में पाकिस्तानी नेता नाजिर अहमद ने खुलकर भारत व कश्मीर के खिलाफ बोला। नाजिर ने पंजाब व नागालैंड के विरुद्ध भी विचार रखे। इस रैली को इंगलैंड में रह रहे कश्मीरी पृथकतावादी तत्वों की हिमायत प्राप्त थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लंदन रैली को लेकर सिख फार जस्टिस बड़े-बड़े दावे कर रही थी परन्तु यह रैली बुरी तरह से फ्लाप हुई है। उन्होंने कहा कि इंगलैंड की सरकार को ऐसे तत्वों को अपनी जमीन पर भारत विरोधी अभियान चलाने की अनुमति नहीं देनी  चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि रिफरैंडम 2020 और कुछ नहीं बल्कि भारत विरोधी अभियान चलाकर चंदा इकट्ठा करने का साधन है। लंदन में स्थानीय समर्थन भी एस.एफ.जे. को नहीं मिला।


सिख समुदाय को जितना मान-सम्मान भारत में मिला, वह किसी से छिपा नहीं 
अमरेंद्र ने कहा कि सिख समुदाय को जितना मान- सम्मान भारत में मिल रहा है, वह किसी से छिपा हुआ नहीं है। भारतीय फौज में ही अकेले 90000 सिख कार्यरत हैं, जो भारतीय सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। उन्होंने सिख फार जस्टिस संगठन सिख समुदाय को अपने स्वार्थी हितों के लिए गुमराह नहीं कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय एक देशभक्त समुदाय है, जिसने देश की एकता अखंडता के लिए कुर्बानियां भी दी हैं। मुख्यमंत्री ने सिख फार जस्टिस संगठन को चेतावनी देते हुए कहा कि वह पंजाब के विरुद्ध साजिशों से बाज आए। उन्होंने ऐसे तत्वों के साथ सख्ती से निपटने के निर्देश पंजाब पुलिस को दे दिए गए हैं। 

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