सिद्धू अभी सीख रहे हैं, गलती के लिए बर्खास्त नहीं करूंगा:कैप्टन

punjabkesari.in Sunday, Aug 26, 2018 - 08:08 AM (IST)

जालंधर(स.ह.): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू नए-नए मंत्री बने हैं।  उन्हें सीखने में अभी वक्त लगेगा लेकिन पाकिस्तान में सेना प्रमुख को जफ्फी डालने के मामले में उन्हें बर्खास्त नहीं किया जा सकता। अंग्रेजी चैनल टाइम्स नाऊ को दिए एक इंटरव्यू में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि मैं एक फौजी रहा हूं। लिहाजा मुझे मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता का अंदाजा है। 

सिद्धू सिविलियन होने के नाते गंभीरता को नहीं समझ रहे। यदि वह यह तर्क दे रहे हैं कि बाजवा ने खुद उन्हें आकर जफ्फी डाली है तो सिद्धू इससे बच सकते थे। कैप्टन ने कहा कि कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार में शामिल सिख मंत्रियों की पृष्ठभूमि खालिस्तानी रही है। लिहाजा कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन के भारत दौरे के दौरान मैंने उन्हें न मिलने का स्पष्ट स्टैंड लिया था। ऐसा ही स्टैंड नवजोत सिंह सिद्धू भी जफ्फी के मामले में ले सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।  सिद्धू ने इस मामले पर खुद सफाई दे दी है। लिहाजा यह मामला यहां खत्म कर दिया जाना चाहिए।

श्री करतारपुर साहिब के कोरीडोर बनाए जाने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कैप्टन ने कहा कि यह नया मामला नहीं है और न ही यह मामला पहली बार उठाया जा रहा है। मैंने 2002 से 2007 तक मुख्यमंत्री रहते कई बार यह मामला उठाया था। इस मुद्दे पर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी बात हुई थी और भारत के विदेश मंत्रालय ने कई बार इस मुद्दे पर पाकिस्तान से बात की है लेकिन यह मामला हल नहीं हो सका है।

नवजोत सिंह सिद्धू को यह समझना चाहिए कि द्विपक्षीय संबंधों को लेकर केंद्र सरकार ही पाकिस्तान से बात कर सकती है। मैं भी मुख्यमंत्री रहते पाकिस्तान गया था लेकिन मैंने अपने दायरे में रह कर बात की थी और उस वक्त भी द्विपक्षीय संबंधों के लिए केंद्र से ही बात की गई थी। अब भी मैंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को इस बारे में पत्र लिखा है। जहां तक नवजोत सिंह सिद्धू के दौरे का सवाल है मुझे उस पर आपत्ति नहीं है लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू की जफ्फी पर मुझे एतराज था और मैंने अपना एतराज खुले शब्दों में जाहिर भी किया है।

swetha