पंजाब में कांग्रेस व अकाली दल के बीच ही होगी 2019 की चुनावी लड़ाई: कैप्टन

punjabkesari.in Tuesday, Sep 25, 2018 - 10:40 AM (IST)

जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि 2019 की चुनावी लड़ाई पंजाब में कांग्रेस व अकाली दल के बीच ही होगी तथा कांग्रेस अपने बलबूते पर सभी 13 सीटों पर जीत हासिल कर लेगी। जिला परिषद व पंचायत समिति चुनावों में कांग्रेस को मिली भारी जीत के बाद कैप्टन ने कहा कि 18 महीनों के शासनकाल में कांग्रेस ने नशों को खत्म करने, छोटे किसानों का कर्जा माफ करने तथा पंजाब को औद्योगिक उन्नति की तरफ ले जाने के लिए कदम उठाए हैं। सरकारी प्रयासों को अकाली दल के कार्यकत्र्ताओं ने भी सराहा है इसलिए कई स्थानों पर अकाली कार्यकत्र्ताओं ने कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान किया है। आम आदमी पार्टी एक बुलबुले की तरह आई थी तथा उसका गुब्बारा फट चुका है। अब पुन: ‘आप’ में उभार आने के आसार नहीं हैं। 

मुख्यमंत्री ने बताया कि नशों के विरुद्ध लड़ाई अब पंजाब में एक सामाजिक आंदोलन बन गई है। अब गांवों में अगर कोई नशा बेचने के लिए जाता है तो लोग उसे पकड़ लेते हैं तथा उसकी जमकर पिटाई करते हैं, क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति अपनी भावी पीढ़ी को बचाना चाहता है। पंजाब में सरकार ने छोटे किसानों के 2-2 लाख रुपए के कर्जे माफ करने की मुहिम शुरू की हुई है, जिसे नवम्बर तक पूरा कर दिया जाएगा लेकिन सभी किसानों के कर्जे माफ करने के लिए राज्य सरकार की आॢथक स्थिति अनुकूल नहीं है, इसलिए केन्द्र की मोदी सरकार को सभी किसानों का कर्जा माफ करने के लिए पंजाब को 65,000 करोड़ रुपए की मदद देनी चाहिए। 

रिफ्रैंडम-2020 का उद्देश्य मात्र पंजाब को अस्थिर बनाना है। इसके पीछे कुछ कट्टरवादी ताकतें लगी हुई हैं, जो विदेशों में बैठकर पाकिस्तान की एजैंसी आई.एस.आई. के साथ संपर्क बनाए हुए हैं। पंजाब के लोगों ने लंबा संताप झेला है, इसलिए राज्य के लोग इन मुट्ठी भर कट्टरपंथी तत्वों की बातों में नहीं आ रहे हैं। औद्योगिक विकास का एजैंडा सरकार की प्राथमिकता में सबसे ऊपर है। पंजाब में बिजली दरें अन्य राज्यों की तुलना में कम हैं। राज्य सरकार की आॢथक स्थिति जैसे ही बेहतर होगी, सरकार घरेलू खपतकारों को भी बिजली दरों में राहत देने का पूरा प्रयास करेगी। 

swetha