सिद्धू को पाक दौरे पर व्यक्तिगत, समारोह में हरसिमरत को नहीं उठाना चाहिए था 84 का मामला:अमरेंद्र

punjabkesari.in Wednesday, Nov 28, 2018 - 08:27 AM (IST)

जालंधर (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि उन्होंने कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान क्षेत्र में करतारपुर कॉरीडोर को लेकर होने वाले समारोह में भाग लेने के फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा था। सिद्धू द्वारा अपने दौरे को व्यक्तिगत करार देने के बाद उन्होंने ही उनको पाक जाने की अनुमति दी। वह किसी के व्यक्तिगत दौरे को रोकने के हक में नहीं हैं। यह उनका आधिकारिक दौरा नहीं है।

किसी को भी देश की शांति भंग करने की अनुमति नहीं दे सकता
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि पाकिस्तान दौरे को लेकर वह समझते हैं कि जब तक पाक सेना भारतीय सीमाओं पर भारतीय जवानों पर हमले नहीं रोकती है तब तक वह वहां जाने के पक्ष में नहीं हैं। वह अपने जवानों को सीमाओं पर मरते हुए नहीं देख सकते हैं। कांग्रेस ने हमेशा ही आतंकवाद के खिलाफ स्टैंड लिया है । साथ ही किसी को देश की शांति को भंग करने की अनुमति नहीं दे सकती है। पाकिस्तान में माहौल व परिस्थितियां हमेशा अनिश्चित रहती हैं। वह अच्छी तरह से जानते हैं कि पाकिस्तान में सरकार को कौन चला रहा है तथा उस देश में क्या घटित हो रहा है। 

पंजाब में आंतकवाद को नहीं उठाने देंगे सिर
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका संदेश पूरी तरह स्पष्ट है कि पंजाब के हालात को खराब न करो ।  इसमें जो विघ्न डालेगा उसका वह विरोध करेंगे इसलिए उन्होंने पाकिस्तान को भारत की शांति भंग करने के मामले में कड़ी चेतावनी दी।  मुख्यमंत्री ने दोहराया कि पंजाब में वह आतंकवाद को सिर नहीं उठाने देंगे। आतंकवाद के दौर में राज्य पुलिस की गिनती 20,000 थी परन्तु अब यह गिनती 81,000 हो चुकी' है। भारतीय सेना किसी भी खतरे का मुकाबला करने में सक्षम है।  

करतारपुर कॉरीडोर के माध्यम से आतंकवादियों को नहीं करने देंगे घुसपैठ

करतारपुर कॉरीडोर पर बोलते हुए कहा कि पंजाब के लोग इससे खुश हैं । आतंकवादी इस कॉरीडोर के माध्यम से भारत में घुसपैठ नहीं कर सकेंगे इसलिए किसी को भी चिन्ता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि कॉरीडोर पर उच्च स्तर की सुरक्षा मौजूद रहेगी। पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने सबसे पहले श्री गुरुग्रंथ साहिब की 400वीं वर्षगांठ के अवसर पर कॉरीडोर का मामला उठाया था। 

नींव पत्थर समारोह में हरसिमरत बादल को नहीं उठाना चाहिए था 84 का मुद्दा
एक अन्य प्रश्र के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल को करतारपुर कॉरीडोर का नींव पत्थर रखने के समय 1984 का मुद्दा नहीं उठाना चाहिए था। अकालियों की आदत है कि वह हर मामले में सियासी लाभ उठाने की कोशिश करते हैं। कांग्रेसी विधायकों द्वारा नींव पत्थर पर बादलों का नाम लिखे जाने पर सही विरोध किया गया था। नींव पत्थर पर बादलों का नाम नहीं लिखा जाना चाहिए था। उल्लेखनीय है कि कैबिनेट मंत्री सुखजिन्द्र सिंह रंधावा ने नींव पत्थर पर बादलों का नाम लिखे जाने पर कड़ा विरोध किया था।  

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