कै. अमरेन्द्र का नहीं चला जादू, फ्लाप-शो ने बढ़ाई संतोख चौधरी की मुश्किलें

punjabkesari.in Friday, May 03, 2019 - 11:30 AM (IST)

जालंधर(चोपड़ा): लोकसभा चुनावों को लेकर करतारपुर में कांग्रेस द्वारा आयोजित रैली में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह का क्रेज नहीं दिखा और कांग्रेस की तमाम जद्दोजहद के बावजूद फ्लाप-शो साबित होने से जालंधर लोकसभा हलका से कांग्रेस के प्रत्याशी व सांसद संतोख चौधरी की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ गई हैं।

जालंधर के 9 विधानसभा हलकों सहित कपूरथला व होशियारपुर से संबंधित 18 विधानसभा हलकों के कार्यकत्र्ताओं की संयुक्त रैली में कांग्रेस दावों के मुताबिक जनता को जुटा नहीं पाई। करतारपुर-जालंधर लोकसभा हलके से संबंधित होने के कारण रैली की सफलता का सबसे ज्यादा दारोमदार संतोख चौधरी पर निर्भर था और फ्लाप-शो का सबसे ज्यादा खामियाजा भी सांसद चौधरी को भुगतना पड़ सकता है।  मुख्यमंत्री के मंच पर पहुंचने के उपरांत केवल होशियारपुर से कांग्रेस प्रत्याशी डा. राज कुमार चब्बेवाल व खुद कै. अमरेन्द्र ने उपस्थिति को संबोधित किया, परंतु जब जनता के साथ सीधे सवालों से संबंधित कार्यक्रम की शुरूआत हुई तो पंडाल में लगी ज्यादातर कुर्सियां खाली हो चुकी थीं।

आम जनसाधराण तो क्या, खुद कांग्रेस कार्यकत्र्ता भी अपने चहेते नेता कै. अमरेन्द्र को पीठ दिखाकर निकल गए, जिसके कारण पंडाल लगभग खाली दिखाई दे रहा था। राजनीतिक सूत्रों की मानें तो कै. अमरेन्द्र आज के प्रदर्शन से खासे खफा दिखाई दिए। जिक्र योग्य है कि 12 फरवरी को कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन-पत्र दाखिल करवाने पहुंचे कै. अमरेन्द्र को पहले भी ऐसे हालातों का सामना करना पड़ा था, जब कै. अमरेन्द्र के संबोधन के दौरान पंडाल में बड़ी संख्या में कुर्सियां खाली हो चुकी थीं।  हालांकि आज के कार्यक्रम को सफल बनाने में नार्थ हलके से पूर्व कैबिनेट मंत्री अवतार हैनरी व विधायक जूनियर हैनरी ने खासी भीड़ जुटाई। करतारपुर हलके के विधायक चौधरी सुरिन्द्र सिंह, आदमपुर से मोहिन्द्र सिंह के.पी., नकोदर से पूर्व विधायक जगबीर बराड़, कैंट हलके से विधायक परगट सिंह, जिला कांग्रेस शहरी के प्रधान बलदेव सिंह देव, जिला कांग्रेस देहाती के प्रधान सुखजिन्द्र सिंह सुक्खा लाली व अन्य ने भी बड़ी तादाद में कार्यकत्र्ताओं को एकत्र किया था, परंतु न जाने क्यों कार्यकत्र्ताओं का पार्टी कार्यक्रमों से लगातार मोह भंग होता जा रहा है?

उल्लेखनीय है कि टिकट आबंटन से ही कांग्रेस उम्मीदवार संतोख चौधरी के खिलाफ पार्टी कैडर में भारी बगावत देखने को मिली थी। पूर्व सांसद मोहिन्द्र सिंह के.पी. ने शहीद परिवार को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया था। वहीं टिकट के अन्य दावेदार व वैस्ट हलके से विधायक सुशील रिंकू ने भी अपनी नाराजगी खुल कर जाहिर की थी। कै. अमरेन्द्र के निजी प्रयासों के उपरांत पार्टी ने विरोधी सुरों को शांत करने में सफलता हासिल कर ली है, परंतु इसके बावजूद संतोख चौधरी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

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