भगवंत मान ZERO, कांग्रेस में शामिल होने की मिन्नत भी करेंगे तो भी नहीं लेंगे: कैप्टन

punjabkesari.in Wednesday, May 08, 2019 - 05:37 PM (IST)

जालंधर/चंडीगढ़(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आम आदमी पार्टी के नेता व सांसद भगवंत मान द्वारा पिछले कुछ दिनों से लगातार उनके खिलाफ किए जा रहे दुष्प्रचार का करारा जवाब देते हुए कहा है कि ‘आप’ नेता डरपोक हैं, जिनकी कीमत शून्य है। मुख्यमंत्री ने आज कहा कि मान हताशा की स्थिति में आकर कांग्रेस के खिलाफ उनकी पार्टी के नेताओं को खरीदने के आरोप लगा रहे हैं।

मुख्यमंत्री आज भटिंडा सहित कई स्थानों पर चुनावी सभाओं में भाग ले रहे थे। उन्होंने कहा कि वास्तव में पंजाब में आम आदमी पार्टी का अस्तित्व खत्म हो गया है। इससे सबसे अधिक परेशानी भगवंत मान को हो रही है। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों में आम आदमी पार्टी के दो विधायकों ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। मान द्वारा मुख्यमंत्री को उनकी कीमत लगाने के दिए गए बयान का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह मान की कीमत शून्य लगाते हैं। अगर वह कांग्रेस में शामिल होने के लिए मिन्नत भी करेंगे तो भी उन्हें पार्टी में शामिल नहीं किया जाएगा। लोगों द्वारा लोकसभा चुनाव में कांग्रेस तथा अकाली दल दोनों के उम्मीदवारों से पूछे जा रहे सवालों पर टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक स्वस्थ लोकतंत्र की निशानी है, इससे मतदाताओं के अंदर वह जागरूकता देख रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें भी कई स्थानों पर मतदाताओं ने कई प्रकार के सवाल पूछे हैं, जिनका उन्होंने खुश होकर जवाब दिया है तथा जनता को संतुष्ट किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पंजाब की जनता से किए गए एक-एक वायदे को पूरा कर देंगे। मुख्यमंत्री ने एक बार फिर से कहा कि एस.आई.टी. ने प्रकाश सिंह बादल को धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के मामलों में क्लीन चिट नहीं दी है। लोकसभा चुनाव सम्पन्न होने के बाद इस मामले को अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचाया जाएगा। धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के मामलों में जो भी दोषी होगा, उसे बख्शने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने शिरोमणि गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनावों में हो रही देरी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर केन्द्र में कांग्रेस की सरकार बनती है तो गुरुद्वारों के चुनाव तत्काल करवा दिए जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि अकाली शिरोमणि कमेटी का राजनीतिक हितों को लेकर दुरुपयोग करते रहे हैं।

उन्होंने अकालियों पर आरोप लगाया कि वह पिछले कई वर्षों से लोगों की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करते हुए अपने सियासी हित साधते आ रहे थे परन्तु अब धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी का मामला काफी गंभीर है तथा वह अहंकारी बादलों को एक बार फिर से शिकस्त देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व बादल सरकार सरकारी नौकरियों में 1.2 लाख पदों को खाली छोड़ गई थी, जिन्हें कांग्रेस सरकार द्वारा चुनाव सम्पन्न होते ही भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अकालियों ने अपने 10 वर्षों में केवल 40,000 नौकरियां दी थीं, जबकि कांग्रेस सरकार अब तक दो वर्षो में 8 लाख पदों पर नौजवानों को रोजगार दिलवा चुकी है। उन्होंने कहा कि धार्मिक बेअदबी के मामलों को जनता भूली नहीं है तथा इसके लिए सिख समुदाय पुन: अकालियों को चुनाव में दंडित करेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत बादल वोट तो मांग रही है परन्तु उन्होंने किसानों के लिए किया ही क्या है।

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