मुख्यमंत्री ने अकालियों को लिया आड़े हाथ, हरसिमरत के ट्वीट पर कही ये बात

punjabkesari.in Monday, Jan 06, 2020 - 09:29 PM (IST)

चंडीगढ़ः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने पाकिस्तान में सिखों और धार्मिक संस्थाओं पर हुए हमले पर अकाली दल की ओर से की जा रही राजनीति की निंदा करते हुए कहा कि शर्मनाक बात है कि अकाली दल इस मामले पर पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति की तुलना भारत में लाए गए असंवैधानिक नागरिकता संशोधन कानून (सी.ए.ए.) के साथ कर रहा है। आज यहां एक बयान में मुख्यमंत्री ने अकालियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि खासकर केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर हमला और सिख नौजवान की मौत को कांग्रेस पार्टी के विरुद्ध सियासी लड़ाई में हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही है। 

मुख्यमंत्री ने बादल की तरफ से किए ट्वीट पर कहा, ‘‘यह अज्ञानता और मूर्खता की हद है।'' उन्होंने कहा कि सी.ए.ए. राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर ऐसे साधन हैं जिससे भारत में अल्पसंख्यकों को पाकिस्तान की अपेक्षा ज्यादा सताया जाएगा। मुख्यमंत्री ने सी.ए.ए./एन.आर.सी. पर दोहरा मापदंड अपनाने के लिए अकाली दल की निंदा करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले अकाली दल के सुप्रीमो सुखबीर सिंह बादल ने कहा था कि अल्पसंख्यकों को सी.ए.ए. के दायरे में रखा जाए। उन्होंने कहा, ‘‘क्या इनका इस मामले पर कोई स्पष्ट स्टैंड नहीं है?'' उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महत्ता वाले इस मामले पर ऐसे बयान अकाली दल के दोहरे मापदण्डों को दर्शाते हैं। 

उन्होंने कहा कि न तो वह और न ही कांग्रेस पार्टी दूसरे देशों में सताए जा रहे हिंदुओं, सिखों को भारत में नागरिकता देने के विरुद्ध हैं। वह मुस्लिम और दूसरे धर्मों को सी.ए.ए. से अलग-अलग करने के खिलाफ हैं। धर्म के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। वह कहीं भी भेदभाव का शिकार सिखों और अन्य अल्पसंख्यकों के लोगों को भारत में आकर रहने का स्वागत करते हैं। कैप्टन ने कहा कि जैसे आज अकाली दल का प्रतिनिधिमंडल विदेश मंत्री को मिला, उससे पता लगता है कि पाकिस्तान में सिखों के मामले पर अकाली दल अपने सियासी हितों के लिए नाटक कर रहा है।

Mohit