धान लगाने की तारीख संबंधी कैप्टन अमरेंद्र का बयान हवा-हवाई

punjabkesari.in Thursday, May 30, 2019 - 04:05 PM (IST)

चंडीगढ़(भुल्लर): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा किसानों के रोष को शांत करने के लिए लोकसभा चुनाव के दौरान धान की रोपाई के समय राहत देने संबंधी दिया गया बयान चुनाव के बाद हवा-हवाई हो चुका है। इस संबंधी रा’य सरकार के संबंधित विभाग का कोई भी उच्च अधिकारियों जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं है। 

उल्लेखनीय है कि भूमिगत पानी की समस्या के कारण सरकार ने धान लगाने का समय 20 जून रखा है। इससे पहले धान लगाने वाले किसानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात कही है। विरोध में किसान आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं परंतु चुनाव दौैरान मुख्यमंत्री द्वारा रैलियों में खुलेआम घोषणा की गई कि 20 जून के स्थान पर किसान एक सप्ताह पहले धान लगा सकते हैं। इस संबंधी कृषि व अन्य संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बात की गई तो उन्होंने कहा कि लिखती आदेश नहीं मिला है। इसके बिना 20 जून से पहले नियमों के अनुसार धान की रोपाई की आज्ञा नहीं दे सकते।

किसान जत्थेबंदियों ने सरकार द्वारा निर्धारित धान लगाने के 20 जून के समय के आदेश के विपरीत पहली जून से यह कार्य शुरू करने का फैसला किया है। किसान नेताओं का कहना है कि वह स्वयं अपने नेतृत्व में खेतों में जाकर किसानों से धान लगवाएंगे। भारतीय किसान यूनियन एकता सिधूपुर, भाकियू राजेवाल और किसान संघर्ष कमेटी के नेताओं का कहना है कि पिछले समय भी सरकार द्वारा बिना जमीनी स्थितियों को जाने निर्धारित की गई धान लगाने की तारीख के कारण फसल का झाड़ कम होने से किसानों को भारी वित्तीय नुक्सान  उठाना पड़ा।

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