कैप्टन का मंत्री विधायकों सहित जंतर-मंतर पर धरना, रणनीति के लिए दिल्ली में बुलाई CLP की बैठक

punjabkesari.in Wednesday, Nov 04, 2020 - 01:32 PM (IST)

दिल्ली/ चंडीगढ़। कृषि कानूनों को लेकर पंजाब और केंद्र सरकार आमने सामने आ गए हैं। पंजाब में केंद्र सरकार द्वारा रेल सेवाएं रोकने से बिजली का संकट बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते सीएम अमरेंद्र सिंह  कांग्रेस विधायकों और पार्टी के अन्य नेताओं के साथ दिल्ली के जंतर मंतर पहुंचे हैं। सूबे में बिजली की कटौती, खाद की किल्लत और उद्योगों को हो रहे करोड़ों के नुकसान को लेकर लगातार केंद्र सरकार का विरोध कर रहे हैं। धरने पर बैठने से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस सांसदों के साथ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सम्मान में राजघाट पहुंचे थे। कांग्रेस के अलावा अन्य पार्टियों के विधायक जंतर मंतर पहुंचे हैं। इसी बीच, दिल्ली में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 2.30 बजे कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक बुलाई है। इसमें दिल्ली की अगली रणनीति पर विचार किया जाएगा।

PunjabKesari

वहीं मुख्यमंत्री ने दावा करते हुए कहा कि  बीते सप्ताह उन्होंने रेल मंत्री से बात की थी जिसमें उन्होंने स्पष्ट  कहा था कि रेलवे ट्रैक क्लियर करने की उनकी गारंटी है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि हमारा बिल राष्ट्रपति तक नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि सूबे में रेल सेवाएं बंद होने ब्लैक आउट होने के आसार पैदा हो गए हैं। केद्र सरकार कह रही है कि वह पंजाब में रेल सेवाओं कि सुरक्षा चाहती है, जबकि सरकार रेल सेवाओं की सुरक्षा के लिए स्टेशनों पर पुलिस तैनात करने को तैयार है। कैप्टन ने कहा कि किसान संगठन भी कह चुके हैं कि वे रेल सेवाओं को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। सीएम ने यह भी जानकारी दी कि पंजाब को मार्च से कोई GST का  10,000 करोड़ रुपए की बकाया राशि भी नहीं दी जा रही है।उन्होंने केंद्र सरकार पर सूबे के साथ सौतेला व्यवहार किए जाने का आरोप भी लगाया है।

PunjabKesari

इस मौके पर दिल्ली के जंतर-मंतर में विधायक और मंत्री कृषि कानूनों और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।  इस धरने प्रदर्शन में परमिंदर सिंह ढींडसा के साथ-साथ सुखपाल सिंह खैहरा भी प्रदर्शन में शामिल हुए।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Tania pathak

Recommended News

Related News