हुजूर साहिब में फंसी संगत की वापिसी के लिए कैप्टन और हरसिमरत में छिड़ी क्रैडिट वार
punjabkesari.in Wednesday, Apr 22, 2020 - 04:08 PM (IST)
पटियाला (परमीत): तख्त श्री हुजूर साहिब में दर्शनों के लिए पंजाब से गए श्रद्धालुओं की घर वापिसी की केंद्र सरकार द्वारा मंजूरी मिलने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह और केंद्रीय कैबिनेट मंत्री हरसिमरत कौर बादल में ट्विटर पर क्रेडिट वार छिड़ गई है।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि उनको महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ऊधव ठाकरे का फोन आया है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हुजूर साहिब में फंसे सिख श्रद्धालुओं की पंजाब वापिसी की मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने मुख्य सचिव को हिदायत दी है कि वह श्रद्धालुओं को लाने के लिए गाड़ियां आदि का प्रबंध करें। ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा पंजाब सरकार देगी।
Just received a call from MH CM @OfficeofUT who confirmed that HM @AmitShah Ji has conceded to our request for travel of our pilgrims stuck in Hazur Sahib, Nanded to Punjab. Have asked Chief Secretary to tie up logistics & we will bear the cost of transportation. Thank you all!
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) April 22, 2020
कैप्टन के ट्वीट के बाद केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा कि सिख श्रद्धालुओं की नंदेड़ साहिब से घर वापिसी के लिए वह गृहमंत्री अमित शाह का धन्यावाद करने दिल्ली आई है। अब पंजाब सरकार से उनकी विनती करती हैं कि वह शिरोमणी अकाली दल की बसों को इजाजत दें जिससे श्रद्धालुओं को जल्दी से जल्दी वापस घर लाया जा सके। इस तरह यह मसला हल होने के बाद अब इसको हल करवाने के लिए क्रेडिट बार छिड़ गई है, क्योंकि संकट के समय भी कोई भी राजनीतिक पक्ष लाभ लेने से पीछे नहीं हटना चाहती। इससे पहले हरसिमरत कौर बादल ने 19 अप्रैल को अपने फेसबुक पेज पर लाइव होकर वीडियो डाली थी।इसमें उन्होंने दावा किया था कि केंद्र सरकार ने श्रद्धालुओं को वापस घर भेजने के लिए विशेष परवानगी दे दी है । उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव के साथ भी बातचीत की है।
Came to Delhi to meet HM @AmitShah ji & thank him for speaking to Maharashtra CM @OfficeofUT today to fast track repatriation of Sikh devotees stranded at Hazur Sahib. Now request Pb govt to give permission to buses arranged by SAD since 3 days to bring them back home at earliest
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) April 22, 2020