कैप्टन व जाखड़ का आज जालंधर में हो सकता है आमना-सामना

punjabkesari.in Saturday, Apr 14, 2018 - 09:49 AM (IST)

जालंधर (चोपड़ा): चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से मुलाकात न होने से खफा पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष व सांसद सुनील जाखड़ के सख्त तेवर संगरूर में किसानों के कर्ज माफी कार्यक्रम के दौरान देखने को मिले। मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में जाखड़ ने पंजाब सरकार पर शब्दों के ऐसे बाण चलाए जिससे स्पष्ट था कि उनके निशाने पर अप्रत्यक्ष तौर पर कै. अमरेन्द्र ही थे।

 

कांग्रेसी गलियारों में मची खलबली
सुनील जाखड़ ने हजारों की तादाद में जनसमूह की उपस्थिति में जमकर अपने दिल की भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने विधानसभा चुनावों में अकाली-भाजपा के खिलाफ फतवा दिया था परंतु कैप्टन सरकार लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। जाखड़ ने चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री के कमरे के बाहर उनके साथ हुई बदसलूकी की घटना का जिक्र तो नहीं किया परंतु उनके तरकश में चले एक तीर ने कांग्रेस की गलियारों में खासी खलबली मचा दी है क्योंकि यह तंज सीधा मुख्यमंत्री पर कसा गया था कि अब जमाना राजे-महाराजों का नहीं बल्कि लोगों द्वारा चुनी गई सरकार का है। जाखड़ की स्पष्टवादिता और आक्रोश को देखते हुए मंच पर मौजूद कई मंत्रियों ने उन्हें इशारों से रोकने का प्रयास भी किया परंतु जाखड़ की लय में कोई बदलाव नहीं आया और उन्होंने कह डाला कि ‘अब लोकतंत्र का समां है, सरकारा तां तुसी लोक चुन के बनाऊंदे हो, औह पुराने समय गए जदों महारानियां दी कुक्ख विचों राजे पैदा हुंदे सी।’ जब जाखड़ ने ऐसे वाक्य कहे तब कै. अमरेन्द्र की पत्नी महारानी परनीत कौर भी मंच पर मौजूद थीं।

 

कैप्टन की शराफत का नाजायज फायदा उठा रहे अधिकारी
जिक्रयोग्य है कि कैप्टन अमरेन्द्र पटियाला के शाही खानदान से सबंधित हैं और राजे-महाराजों की बात उन पर ही फिट बैठती है। जाखड़ ने कै. सरकार में अफसरशाही की मनमानियों व अधिकारियों के अकाली दल के प्रभाव में होने के मुद्दे को बेबाक उठाते कहा कि पंजाब के कुछ अधिकारियों पर अभी भी नीली पगड़ी की रंगत चढ़ी हुई है। हालांकि उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारी कैप्टन साहिब की शराफत का नाजायज फायदा उठा रहे हैं। जाखड़ ने इशारों ही इशारों में बादल सरकार के दौरान भ्रष्टाचार, ड्रग माफिया, जनता से हुई ज्यादतियों के बारे में बात कही व कैप्टन को कार्रवाई करने को चेताया और कहा कि कैप्टन साहिब मन बनाओ और जिन लोगों ने गलत काम किए हैं, को सजा दिलाओ, क्या हम अभी तक इंतजार कर रहे हैं कि लोग खुद ही उनके छित्तर मारें। दोषियों पर कार्रवाई करना जरूरी है और ऐसा होने पर ही लोगों के कलेजे में ठंड पड़ेगी। उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम में मुख्य मेहमान के तौर पर मुख्यमंत्री को खुद शिरकत करनी थी परंतु ऐन मौके पर हैलीकाप्टर खराब होने के कारण कै. अमरेन्द्र ने अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया था जिस कारण कै. अमरेन्द्र और सुनील जाखड़ आमने-सामने नहीं हो पाए थे परंतु 14 अप्रैल को पंजाब सरकार डा. भीमराव की जयंती पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन जालंधर में करवा रही है जिसमें मुख्य मेहमान के तौर पर मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र शामिल होंगे। अगर राज्य स्तरीय कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी शामिल होते हैं तो चंडीगढ़ घटनाक्रम के बाद दोनों नेता पहली बार इस मंच को सांझा करेंगे। अब दोनों दिग्गज नेताओं के तेवर इस दौरान क्या रंग दिखाती है यह तो राजनीतिक गलियारों में खास चर्चा का विषय बना हुआ है। 

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