कैप्टन ने DGP को शराब की दुकानें संख्ती से बंद करवाने के दिए निर्देश

punjabkesari.in Friday, Aug 28, 2020 - 09:22 AM (IST)

चंडीगढ़ः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने गुरूवार को डी.जी.पी. को निर्देश दिए कि राज्य में कोविड मामलों की बढ़ती संख्या जो कि 46 हजार तक पहुंच चुकी है और 1200 की जान ले चुकी है और जिसके आने वाले हफ्तों में और बढ़ने की संभावना है, के मद्देनजर मौजूदा दिशा-निर्देशों के अनुसार शहरों/कस्बों में शराब के ठेके को शाम 6.30 बजे तक सख्ती से बंद करवाएं। शराब की यह दुकानें 31 अगस्त तक लागू दिशा-निर्देशों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में 10 बजे तक खुले रहेंगे और इसके बाद इस फैसले की समीक्षा करते हुए नए दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री के यह आदेश शहरों में शाम 6.30 बजे, जो कि अन्य दुकानों के बंद होने का समय होता है, से भी काफी समय बाद तक भी शराब की दुकानों के खुले रहने की रिपोर्टों के दरमियान आए हैं। मुख्यमंत्री राज्य के चोटी के अधिकारियों और स्वास्थ्य/मैडीकल क्षेत्र के माहिरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा राज्य में कोविड की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस महामारी के फैल जाने के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह गांवों के सरपंचों को पत्र लिखेंगे, जिससे सुरक्षा प्रोटोकालें और सावधानियों की पालना यकीनी बनाई जा सके। भारत सरकार द्वारा प्राप्त हुए वैंटीलेटरों की कुछ खामियों की रिपोर्ट मिलने संबंधी मुख्यमंत्री ने इनकी तजुर्बेकार इंजीनियरों और डॉक्टरों द्वारा बारीकी से जांच किए जाने के आदेश दिए।

कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने फरीदकोट के विधायक किक्की ढिल्लों द्वारा फरीदकोट मैडीकल कॉलेज में प्रबंधन के बुरे हाल सम्बन्धी लगाए दोषों संबंधी भी पूछताछ की और स्वास्थ्य विभाग को सवाल किया कि क्या कोविड संकट से निपटने के लिए कॉलेज के पास अपेक्षित मात्रा में उपकरण और कर्मचारी हैं। मुख्य सचिव विनी महाजन ने उनको जानकारी दी कि एक आई.ए.एस. अधिकारी जो कि खुद एक एम.बी.बी.एस. डॉक्टर भी है, की तैनाती फरीदकोट अस्पताल में कोविड के प्रबंधन सम्बन्धी मामलों की देख-रेख हेतु की गई है। मुख्य सचिव ने आगे बताया कि सबसे अधिक मामलों वाले 10 राज्यों की सूची में पंजाब सबसे अन्तिम स्थान पर है, परन्तु मृत्यु की बढ़ती दर चिंता का विषय है। उन्होंने आगे कहा कि निजी अस्पतालों की मदद स्वरूप राज्य मामलों की संख्या बढ़ने की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
 


 

Mohit