बादलों को क्लीन चिट देने के मामले में कैप्टन किसी दबाव के नीचे दिख रहे: बाजवा

punjabkesari.in Wednesday, Sep 25, 2019 - 11:16 AM (IST)

जालंधर(चोपड़ा): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा एक इंटरव्यू के दौरान बादलों के श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी में शामिल न होने के दिए बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान व राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने कहा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर बादल को श्री गुरु ग्रंथ साहिब के बेअदबी के मामले में क्लीन चिट देने में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह किसी दबाव में काम कर रहे हैं। क्या पर्दे के पीछे उनको कोई ऐसा करने के लिए कह रहा है? 

बाजवा ने कहा कि कैप्टन ने बादलों को यह कह कर पाक साफ कर दिया है कि वे सीधे तौर पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी में शामिल नहीं थे। बेअदबी कांड बादल परिवार की राजनीति का ही हिस्सा था। अब कैप्टन अमरेन्द्र द्वारा पहले बादलों के हक में बात कर बाद में उस बारे सफाई देने से कांग्रेस को हुए नुक्सान की भरपाई नहीं हो सकती है। प्रताप बाजवा ने कहा कि बादल परिवार को दोषमुक्त करने से पंजाब के लोगों में पहले से ही पैदा हुए संशय कि ‘बादल परिवार और अमरेन्द्र सिंह मिले हुए हैं’ को एक बार फिर हवा मिलेगी। 
मुख्यमंत्री को याद दिलाते हुए बाजवा ने कहा कि उन्होंने गुटका साहिब हाथ में रखकर बादलों को सजा देने का वायदा किया था परन्तु अब वह अपने वायदे से मुकर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने अपने बयान में कहा है कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के केसों की जांच के लिए कोई समय निर्धारित नहीं किया जा सकता, जिससे यह सिद्ध होता है कि मुख्यमंत्री अकाली नेताओं को बचाना चाहते हैं? कैप्टन को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह पंजाब के लोगों और सिख पंथ के साथ हैं या धर्म को राजनीति में अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।  बाजवा ने कहा कि कै. अमरेन्द्र ने यह कह कर विधानसभा के 4 उपचुनावों में हार मान ली है। ऐसा करने से पार्टी के कार्यकत्र्ताओं का मनोबल गिरेगा। कांग्रेस केन्द्र की मोदी सरकार को मंदी और आर्थिक मुद्दों पर सीधी टक्कर दे रही है परन्तु कैप्टन अमरेन्द्र द्वारा यह बयान देना कि पंजाब में किसी तरह की कोई मंदी नहीं है। कांग्रेस की केन्द्रीय लीडरशिप के यत्नों को कमजोर कर रही है। अगर मुख्यमंत्री अपने ऐशो आराम को छोड़कर एक बार लुधियाना एक चक्कर लगा लें तो वह असली स्थिति से अवगत हो जाएंगे। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि पंजाब किस तरह बाकी देश से मंदी की मार से अलग हो सकता है। 

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