कोविड की संभावित तीसरी लहर की तैयारी के लिए कैप्टन ने इतने करोड़ रुपए किए जारी

punjabkesari.in Saturday, Jul 10, 2021 - 11:00 AM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने शुक्रवार को कोविड की संभावित तीसरी लहर की तैयारियों के लिए 380 करोड़ रुपए जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने कोविड समीक्षा बैठक में 674 जी.डी.एम.ओ., 283 मैडीकल अफसर (विशेषज्ञ), 2000 स्टाफ नर्सों सहित पटियाला और अमृतसर के मैडीकल कालेजों में 330 फैकल्टी पद भरने को मंजूरी दी। उन्होंने विभागों से कहा कि अन्य जरूरी अतिरिक्त पदों को भरने के लिए प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जाए ताकि खाली पदों को जल्द भरा जा सके। मुख्यमंत्री द्वारा मंजूर किए 380 करोड़ रुपए पी.एस.ए. ऑक्सीजन प्लांटों, एम.जी.पी.एस. लोड एन्हांसमैंट और पैकेज सब-स्टेशनों, क्रायोजैनिक लिक्विड मैडीकल ऑक्सीजन टैंकों के साथ बी.एल.एस. एम्बुलैंसों पर खर्च किए जाएंगे। 

मुख्यमंत्री ने विभागों को निर्देश दिए कि प्रतिदिन कम-से-कम 40,000 टैस्टों के साथ किसी भी उभार बारे समय पर जानकारी हासिल करने के लिए स्मार्ट टैस्टिंग शुरू करें। मुख्य सचिव विनी महाजन ने मीटिंग में जानकारी दी कि फंड और ऑक्सीजन प्लांट जरूरी तौर पर मुहैया करवाए गए हैं ताकि कोई भी कमी न आने देने को यकीनी बनाया जाए।

ब्लैक फंगस के जुलाई में 623 मामले मिले 
ब्लैक फंगस के 8 जुलाई को 623 मरीज रिपोर्ट हुए, इनका हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग से कहा कि ऐसे मरीजों के इलाज के लिए सहयोग और मदद के लिए प्रस्ताव तैयार करें। स्वास्थ्य सचिव ने मीटिंग में बताया कि 623 मामलों में से 67 केस राज्य से बाहर के हैं, 337 केस उपचाराधीन हैं और 154 को छुट्टी मिल गई है जबकि 51 मरीजों का देहांत हुआ। एक दिन में सबसे अधिक 34 केस 27 मई को रिपोर्ट हुए। पंजाब में अब तक 632 केस और 51 मौतें सामने आईं जबकि हरियाणा और दिल्ली में ऐसे 1600 से अधिक केस सामने आए और दोनों राज्यों में क्रमवार 193 और 236 मौतें हुईं।वायरस के बदलते स्वरूप की जांच में विस्तार करने के आदेश

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने संबंधित विभागों को वायरस के बदलते स्वरूपों की जांच में विस्तार करने के आदेश दिए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मोहाली के रीजनल इंस्टीच्यूट ऑफ वायरोलॉजी के लिए आई.सी.एम.आर. के साथ एम.ओ.यू. पूरा करने के प्रोजैक्ट में तेजी लाने के भी आदेश दिए। हालांकि डेल्टा प्लस स्वरूप (मई माह की सैंपलिंग के आधार पर पहले आए दो मामलों के अलावा) के कोई भी नए केस राज्य में नहीं आए हैं, परंतु इसके बावजूद मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सरकारी मैडीकल कालेज और अस्पताल, पटियाला में वायरस के बदलते स्वरूपों की पहचान संबंधी लैबोरेटरी, जो कि पी.ए.टी.एच. की मदद से तैयार हो रही है, इसी माह हर हाल में शुरू की जाएगी। पी.ए.टी.एच. द्वारा यह जानकारी दी गई कि मशीनें 25 जुलाई तक स्थापित कर दीं जाएंगी। सरकारी मैडीकल कालेज और अस्पताल, पटियाला की यौन रोगों की खोज संबंधी लैबोरेटरी द्वारा आई.एन.एस. ए.सी.ओ.जी. के साथ रजिस्ट्रेशन के लिए अर्जी दे दी गई है।

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Content Writer

Sunita sarangal