पंजाब कांग्रेस की सियासत में आज अहम दिन, कैप्टन-सोनिया की मुलाकात पर टिकी हर किसी की नजरें

punjabkesari.in Tuesday, Jul 06, 2021 - 10:43 AM (IST)

चंडीगढ़/जालंधर(अश्वनी कुमार, धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह मंगलवार को दिल्ली रवाना हो सकते हैं। मल्लिकार्जुन कमेटी का गठन होने के बाद से मुख्यमंत्री का दिल्ली में यह तीसरा दौरा है। इस बार मुख्यमंत्री कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। 

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के साथ विचार-विमर्श के बाद पंजाब कांग्रेस के भविष्य पर फैसला लिया जाएगा। इससे पहले मुख्यमंत्री 22 जून को दिल्ली रवाना हुए थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पंजाब कांग्रेस के घमासान को शांत करने के लिए गठित की गई तीन सदस्यीय मल्लिकार्जुन कमेटी से काफी लंबी बातचीत की थी। कमेटी ने मुख्यमंत्री को पंजाब के तमाम कांग्रेसी नेताओं से हुई बातचीत के आधार पर पंजाब से जुड़े 18 मसलों का दस्तावेज सौंपा था, जिन पर तत्काल एक्शन लेने को कहा गया था। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने 18 नुक्तों पर तेजी से काम किया है, ताकि वह दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्षा से होने वाली मुलाकात से पहले ग्राऊंड तैयार कर सकें। कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री तमाम कार्यों का विस्तारपूर्वक विवरण देंगे।  सियासी विशेषज्ञों का मानना है कि यह बैठक पंजाब कांग्रेस के भावी भविष्य को तय करने में निर्णायक हो सकती है। 


बैठक के बाद सिद्धू के भविष्य पर मोहर लगनी तय
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि मुख्यमंत्री की कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से प्रस्तावित बैठक पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के भविष्य पर मोहर लगाएगी।बताया जा रहा है कि सिद्धू भी दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। इसलिए संभव है कि कांग्रेस अध्यक्षा या राहुल गांधी के साथ उनकी दोबारा मुलाकात हो और हाईकमान के फैसले से उन्हें मौके पर ही अवगत करवाया जाए। यह भी संभव है कि सुलह का फार्मूला सुझाते हुए कांग्रेस हाईकमान सिद्धू और कैप्टन के साथ एक साथ मुलाकात करने पर भी विचार करे। 

हालांकि मुख्यमंत्री की सिद्धू के प्रति नाराजगी को देखते हुए इस सांझा बैठक पर आशंकाओं के बादल ’यादा हैं। खासतौर पर पंजाब में गहराए बिजली संकट के बीच सिद्धू ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। कमेटी की तरफ से सुझाए 18 नुक्तों के बाद भी सिद्धू सरकार को नसीहत देने से कोई गुरेज नहीं कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री कांग्रेस हाईकमान के पास इस मसले को उठा सकते हैं कि सिद्धू की यह बयानबाजी पंजाब में कांग्रेस को नुक्सान पहुंचा रही है। अब देखना यह है कि कांग्रेस हाईकमान मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह के सुझाव या ऐतराज को सुनकर पंजाब के भविष्य का फैसला सुनाती है या सिद्धू को कोई नई जिम्मेदारी देने पर मोहर लगाती है। 

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Vatika