पकड़े गए सफेद रंग की एक्टिवा पर स्नैचिंग करने वाले 14 वारदातें ट्रेस

punjabkesari.in Monday, Jun 25, 2018 - 12:14 AM (IST)

जालंधर(वरुण) : सफेद रंग की एक्टिवा पर स्नैचिंग करने वाले दोनों लुटेरों को पुलिस ने गिरफतार कर लिया है। इन लुटेरों ने जालंधर पुलिस की नाम में दम किया हुआ था। चौकी बस स्टैंड के इंचार्ज सेवा सिंह ने 15 दिनों की लंबी इंवैस्टीगेशन के बाद इन लुटेरों को गिरफतार किया। लुटेरों में एक हेयर ड्रैसर व दूसरा कपूरथला में बिस्कुल की फैक्टरी में काम करने वाला युवक है। नशे की पूर्ति के लिए स्नैचिंग करने वाले दोनों युवकों से लूट का सामान भी मिला है। 

एसीपी माडल टाऊन समीर वर्मा ने बताया कि थाना 6 के प्रभारी ओंकार सिंह बराड़ के नेतृत्व में चौंकी बस स्टैंड के इंचार्ज सेवा सिंह को गुप्त सूचना मिली थी कि सफेद रंग की एक्टिवा पर स्नेचिंग की वारदातें करने वाले दो युवक बस स्टैंड के आसपास घुम रहे हैं। दोनों फिर से वारदात की फिराक में है। पुलिस ने जाल बिछा कर एक्टिवा सवार दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में एक्टिवा चालक ने खुद का नाम सुनील पुत्र परमजीत सिंह निवासी गुरू तेग बहादुर नगर कपूरथला बताया जबकि उसके पीछे अर्श कुमार पुत्र बलजीत कुमार निवासी गुरू तेग बहादुर नगर कपूरथला बैठा था।

पुलिस की सखती पूछताछ में सुनील ने कबूला कि उसने अर्श के साथ मिल कर फरवरी 2018 से लेकर अब तक अलग अलग इलाकों में 14 वारदातें की है। दोनों पैदल या फिर रिक्शा सवार महिलाओं को निशाना बनाते थे। आरोपियों की निशानदेही पर एक लेडिज पर्स, लूट के 2100 रुपए, कुछ महिलाओं के आधार कार्ड व एटीएम कार्ड भी बरामद किए हैं।  एएसआई सेवा सिंह ने कहा कि अभी तक दोनों युवकों ने 14 वारदातें कबूली है लेकिन दोनों ने काफी ज्यादा वारदातें की हुई है जो पूछताछ में सामने आएंगी। जिस एक्टिवा पर सवार होकर दोनों वारदातें करते थे वह भी लूट के पैसों से खरीदी गई है। 

जमानत पर आने के बाद कर रहा था वारदातें
पुलिस की पूछताछ में यह बात सामने आई कि सुनील पहले प्रभू पुत्र तरसेम लाल निवासी कपूरथला के साथ मिल कर वारदातें करता था। सुनील और प्रभु खिलाफ थाना 6 में पहले भी केस दर्ज हैं। दोनों उसी केस में जेल थे। प्रभु अभी जेल में ही लेकिन फरवरी में सुनील जमानत पर आ गया। उसने अपने घर के पास में ही रहने वाले अर्श को ज्यादा पैसे कमाने के लालच देकर अपना साथी बना लिया व लूट की वारदातें करने लगे थे। 

चिट्टे के नशे ने हेयर ड्रैसर को बना डाला स्नैचर
सुनील ने खुलासा किया कि वह काफी लंबे समय से मोहाली स्थित एक सैलून में हेयर ड्रैसर था। जब वह छुट्टी पर कपूरथला स्थित घर आया करता था तो उसके दोस्तों ने उसे चिट्टे का नशा लगवा दिया। मोहाली जाने पर उसका काम में मन लगना बंद हो गया व वह काम छोड़ कर जालंधर ही रहने लगा। प्रभु भी चिट्टे का नशा करता है लेकिन पैसे न होने के कारण उसने प्रभु के साथ स्नैचिंग करनी शुरू कर दी। प्रभु से पहले उसे जमानत मिल गई जिस कारण अकेले में स्नैचिंग करना जोखिम भरा था इस लिए उसने अर्श को भी अपने साथ मिला लिया। अर्श कपूरथला में ही बिस्कुट बनाने वाली फैक्टरी में काम करता है।

ज्यादातर वारदातें माडल टाऊन के आसपास
आरोपियों ने अब तक की पूछताछ में कबूली 14 वारदातों में ज्यादातर वारदातें माडल टाऊन इलाके के आसपास ही की। आरोपियों का कपूरथला से जालंधर आकर स्नैचिंग करने का कारण यह निकला कि जालंधर के माडल टाउन इलाके में अमीर घराने की महिलाएं शॉपिंग करने आती है व पर्स में ज्यादा पैसे होने के कारण उन्होंने माडल टाऊन व आसपास का इलाका टॉरगेट पर रखा। 

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