सावधान! अभी टला नहीं है कोरोना का खतरा, राज्य में दूसरी लहर आने की आशंका

punjabkesari.in Friday, Nov 13, 2020 - 09:40 AM (IST)

चंडीगढ़ (एच.सी. शर्मा): मौसम में बदलाव, विभिन्न गतिविधियों के खुल जाने, त्यौहारों के सीजन और लोगों द्वारा लापरवाही बरतने के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रतिदिन किए जाने वाले टैस्टों की संख्या में कमी के चलते कोरोना के मामले फिर से बढऩे लगे हैं। इसके चलते राज्य में कोरोना की दूसरी लहर आने की आशंकाएं बढ़ गई हैं। दिल्ली में आई कोरोना की तीसरी लहर को खतरनाक माना जा रहा है। वहीं, पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामलों में बढ़ौतरी दर्ज होने के चलते राज्य सरकार ने स्कूलों सहित सभी शिक्षण संस्थानों को 15 दिन के लिए फिर बंद कर दिया है लेकिन पंजाब सरकार ने अभी स्थिति से सबक नहीं लिया है और होटलों के मयखानों को भी खोलने का निर्णय ले लिया है।  हालांकि सी.एम. सहित कई कैबिनेट मंत्री लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल को फॉलो करने की अपील कर रहे हैं लेकिन 7 कैबिनेट मंत्री समय-समय पर कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। स्वयं मुख्यमंत्री 2 बार खुद को एकांतवास में रख चुके हैं।
 

प्रतिदिन कोरोना टैस्टों में आई कमी, मुख्यमंत्री को देने पड़े निर्देश
राज्य में कोरोना मामलों में दर्ज की जा रही वृद्धि को देखते हुए मुख्यमंत्री कै.अमरेंद्र सिंह ने गत दिवस उच्च स्तरीय बैठक में स्थिति का जायजा लिया। पिछले महीनों में 30 हजार टैस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता का दावा करने वाले स्वास्थ्य विभाग ने नवम्बर माह के पहले हफ्ते के दौरान सिर्फ 2 दिन 20 हजार का आंकड़ा छुआ। 2 नवम्बर को जहां मात्र 9556 सैंपल लिए गए, वहीं 9 नवम्बर को यह आंकड़ा 9701 था। यही कारण है कि बैठक के दौरान स्थिति का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह को संबंधित विभागों को निर्देश देने पड़े कि बिना किसी ढील के रोजाना के न्यूनतम 25,000 आर.टी.-पी.सी.आर. और 5000 रैपिड एंटीजन टैस्ट किए जाने को यकीनी बनाया जाए।

 

4 सप्ताह में 11 जिलों में कोरोना पॉजिटिव मामलों में बढ़ौतरी
हालांकि राज्य में कोरोना मामलों में पिछले महीनों के मुकाबले कोरोना पॉजिटिव मामलों की रफ्तार धीमी जरूर हुई लेकिन पिछले एक महीने में 11 जिलों रूपनगर, बठिंडा, एस.ए.एस. नगर, फरीदकोट, लुधियाना, जालंधर, मानसा, अमृतसर, मोगा, शहीद भगत सिंह नगर और संगरूर में पॉजिटिव केसों की दर में वृद्धि हुई है। 

4412 को ग्रास बना चुका है कोरोना
कोरोना महामारी के चलते 12 नवम्बर तक राज्य में 4412 मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं। हालांकि इनमें अधिकतर 60 वर्ष से अधिक आयु के थे तथा अधिकांश सह बीमारियों से भी ग्रस्त थे। 12 नवम्बर तक राज्य में 28,22,668 संदिग्धों के सैंपल लिए गए हैं, जिनमें से 1,39,869 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें से 1,30,018 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 5439 अभी भी एक्टिव मामले हैं, जिनमें से 134 मरीज ऑक्सीजन पर हैं, जबकि 17 की हालत गंभीर होने के चलते उनको वैंटीलेटर पर रखा गया है।

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