अकाली नेताओं और SGPC के अधिकारियों खिलाफ मामला दर्ज हो: मानवाधिकार संगठन

punjabkesari.in Friday, Sep 04, 2020 - 01:04 PM (IST)

अमृतसर(अनजान): पंजाब मानवाधिकार संगठन के प्रवक्ता सर्बजीत सिंह वेरका ने शिरोमणि कमेटी से रिटायर हुए सहायक सुपरवाइजर द्वारा 20 फरवरी 2020 को मुख्य सचिव को लिखे गए ऑफिस नोट जिस पर पूर्व मुख्य सचिव डा. रूप सिंह के भी हस्ताक्षर हैं और यह जिस उप-सचिव को मार्क किया गया है, उसके हस्ताक्षर भी हैं, के आधार पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिन्द सिंह लौंगोवाल को पत्र लिखकर मई, 2016 को गुरुद्वारा श्री रामसर साहिब में अग्नि भेंट हुए व पानी से खराब हुए 80 पवित्र स्वरूपों संबंधी अकाली नेताओं, कार्यकारिणी कमेटी सदस्यों और शिरोमणि कमेटी के उच्चाधिकारियों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज करवाने की मांग की है। 

सर्बजीत सिंह ने संस्था के चेयरमैन जस्टिस अजीत सिंह बैंस के लैटरपैड पर पत्र लिखते हुए कहा कि उनकी संस्था द्वारा जांच दौरान यह साबित हुआ था कि 19-5-2016 को 80 पवित्र स्वरूप खराब हो गए थे, परंतु साल 2016 में पुलिस कार्रवाई दौरान परमदीप सिंह इंचार्ज पब्लिकेशन द्वारा 5 पवित्र स्वरूप अग्नि भेंट होने बारे बताया गया था। इन स्वरूपों का गुरुद्वारा अंगीठा साहिब में संस्कार कर जल परवाह कर दिया गया था, परन्तु जानबूझ कर रिकार्ड में दर्ज नहीं किया गया। 

उन्होंने कहा कि 27-6-2020 को शिरोमणि कमेटी के मुख्य कार्यालय में मौजूदा सीनियर उप-प्रधान रजिन्दर सिंह मेहता और डा. रूप सिंह द्वारा प्रैस कांफ्रैंस करयह कहा गया था कि पंजाब मानवाधिकार संगठन द्वारा गलत जानकारी दी गई है और शिरोमणि कमेटी को बदनाम किया जा रहा है। यह दावा किया गया था कि 18-19-2016 को 5 पवित्र स्वरूप अग्नि भेंट हुए और 9 पानी से खराब हो गए थे।  इसकी वीडियो भी यू-ट्यूब और अलग-अलग चैनलों पर उपलब्ध है, 12 जुलाई को कार्यकारिणी कमेटी की सभा दौरान भी शिरोमणि कमेटी प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने केवल 14 स्वरूप ही खराब होने का दावा किया है। 

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