ईराक में मारे 39 भारतीयों का मामलाः2013 में रोजी-रोटी कमाने गया था गोबिंदर सिंह

punjabkesari.in Wednesday, Mar 21, 2018 - 10:16 AM (IST)

कपूरथला (भूषण/ स.ह.): ईराक के मोसुल शहर में आई.एस. के आतंकियों द्वारा मौत के घाट उतारे गए 39 भारतीयों में एक जिला कपूरथला के गांव मन्नार थाना सुभानपुर का गोबिंदर सिंह (45) पुत्र बलजिंद्र सिंह भी था। मंगलवार को भारत सरकार द्वारा इन सभी लापता भारतीयों के मारे जाने की पुष्टि किए जाने के बाद मन्नार में जहां मातम छा गया है, वहीं पीड़ित परिवार से संवेदना व्यक्त करने के लिए बड़ी संख्या में लोग उनके घर पहुंच रहे हैं। गोबिंदर सिंह वर्ष 2013 में रोजी-रोटी कमाने के लिए ईराक गया था, लेकिन इसी दौरान वर्ष 2014 में वह लापता हो गया था।

मंगलवार को इस संबंध में भारत सरकार की घोषणा ने गोबिंदर के अभी तक जीवित होने की आशा लगाए बैठे उसके परिजनों को तोड़ कर रख दिया है। गोबिंदर सिंह की पत्नी अमरजीत कौर ने बिलखते हुए बताया कि उसके परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य इस दुनिया से चला गया है। ऐसे में अब उसे एक बेटे और बेटी के भविष्य को लेकर चिंता सताने लगी है। अमरजीत कौर ने भारत सरकार से मांग की कि उसके पति की लाश को जल्द से जल्द भारत लाया जाए। 

मृतक की बेटी को मिले सरकार नौकरी
गोबिंदर सिंह को आतंकवादियों ने अगवा कर गोलियां मारकर जान से मारने के बाद ईराक की एक पहाड़ी में दफना दिया। गोबिंदर के साथी हरजीत मसीह ने वर्ष 2017 में खुलासा किया था कि ईराक के मोसुल क्षेत्र के गांव बादूश में एक पहाड़ी क्षेत्र में अगवा किए गए भारतीयों को बगदादी आतंकवादियों ने मारकर दफना दिया है। गोबिंदर के गांव के लोगों ने कहा कि मृतक की लड़की को सरकारी नौकरी दी जाए व पूरे परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए। 

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