मामला 532 किलो हैरोइन का: अमृतसर के 2 ट्रांसपोर्टर गिरफ्तार

punjabkesari.in Friday, Jul 05, 2019 - 10:44 PM (IST)

अमृतसर(नीरज): आई.सी.पी. अटारी बॉर्डर पर पाकिस्तान से आई नमक की खेप से 532 किलो हैरोइन पकड़े जाने के मामले में कस्टम विभाग की जांच टीम को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। राजस्थान से गिरफ्तार किए गए 2 ड्राइवरों की शिनाख्त पर विभाग ने अमृतसर के 2 ट्रांसपोर्टरों को गिरफ्तार कर लिया है जिनमें से एक ट्रांसपोर्टर जसबीर सिंह ने खुलासा किया है कि रणजीत सिंह उर्फ चीता ने ही पाकिस्तान से आए नमक की खेप में हैरोइन मंगवाई है। 

रणजीत सिंह उर्फ चीता पुत्र हरभजन सिंह अजनाला इलाके के हैरोइन तस्करी के लिए बदनाम गांव हवेलियां का रहने वाला है और उसने हाल ही में सीमावर्ती इलाके रामतीर्थ में भी एक मकान खरीद रखा है। सीमावर्ती इलाके नौशहरां में भी उसका मकान है और उस पर एन.डी.पी.एस. के मामले पहले भी चल रहे हैं। कस्टम विभाग की टीम ने रणजीत सिंह चीता की तलाश में कई स्थानों पर छापामारी की है लेकिन चीता फिलहाल फरार हो गया है। कस्टम विभाग की टीम को तलाशी के दौरान चीता के घर से कुछ जिन्दा कारतूस व पुलिस अफसरों की तस्वीरें मिली हैं। 

जानकारी के अनुसार गिरफ्तार ट्रांसपोर्टर जसबीर सिंह पर भी एन.डी.पी.एस. एक्ट का एक मामला दर्ज किया गया था। जसबीर सिंह का बेटा हरप्रीत सिंह भी कस्टम विभाग की रेड के दौरान फरार हो चुका है। यह वही हरप्रीत सिंह है जो तरनतारन के एक गांव में रहने वाले व्यक्ति हरप्रीत सिंह की आई.डी. का प्रयोग कर रहा था। वहीं कस्टम कमिश्नर दीपक कुमार गुप्ता का कहना है कि विभाग इस मामले की गहनता के साथ जांच कर रहा है। इस केस में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी चेहरों को बेनकाब किया जाएगा। 

चीता के कुछ रिश्तेदार भी हैरोइन तस्करी के खेल में शामिल
जांच में अभी तक जितने भी आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं वे या तो हैरोइन पीने के शिकार हैं या फिर उन पर हैरोइन तस्करी का कोई न कोई केस चल चुका है। रणजीत सिंह चीता के कुछ रिश्तेदार भी हैरोइन तस्करी के खेल में शामिल हैं जिनकी तलाश की जा रही है ताकि जांच को आगे बढ़ाया जा सके।

क्या चीता ही है बरामद हैरोइन की खेप का असली मगरमच्छ?
आई.सी.पी. अटारी पर नमक की खेप में आई 532 किलो हैरोइन के मामले में कस्टम विभाग धीरे-धीरे अपनी सही दिशा की तरफ बढ़ रहा है और यदि चीता की गिरफ्तारी हो जाती है तो इस हैरोइन तस्करी के खेल के असली मगरमच्छ का भी खुलासा हो सकता है। हैरोइन तस्करी के मामलों के जानकार कुछ पूर्व अधिकारियों कीमानें तो चीता हैरोइन तस्करी के बड़े नैटवर्क का एक मोहरा जरूर हो सकता है लेकिन मगरमच्छ नहीं। आमतौर पर ऐसे मोहरों को दिल्ली व मुंबई जैसे महानगरों में बैठे आकाओं की तरफ से ही इशारा मिलता है।

Vaneet