बीमा क्लेम लेने के लिए भिखारी को जलाने का मामलाःआरोपियों ने कहा-हमसे गलती हो गई, गोली मार दो

punjabkesari.in Wednesday, Dec 11, 2019 - 08:28 AM (IST)

तरनतारन(रमन) : गांव बूह के नजदीक गत 5 दिसम्बर की रात कोल्ड ड्रिंक होलसेलर अनूप सिंह सहित 3 लोगों ने करोड़ों रुपए का इंश्यौरैंस क्लेम लेने को बेकसूर भिखारी का कत्ल कर शव जला दिया था। केस को 24 घंटों में सुलझा जिला पुलिस ने तीनों आरोपियों को काबू कर लिया था, जो 12 दिसम्बर तक पुलिस रिमांड पर हैं। 

मुख्य आरोपी ने पहचान छिपाने के लिए कटवा दिए थे केस
मुख्य आरोपी अनूप सिंह ने पहचान छिपाने के लिए अपने केस कटवा दिए थे, जिस पर विधायक हरमिंदर सिंह गिल ने शिरोमणि कमेटी मैंबर सुखविंदर सिंह संधू के जरिए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से उस पर कार्रवाई करने की मांग की है। हवालात में बंद अनूप सिंह और उसके छोटे भाई करनदीप सिंह अपनी मौत की मांग कर रहे हैं। दोनों भाई पुलिस मुलाजिमों को दिन-रात कह रहे हैं कि हमसे बहुत बड़ी गलती हो गई है, हमें गोली मार दो।

ये था मामला
करोड़ों रुपए का इंश्यौरैंस बीमा क्लेम लेने के लालच में अनूप सिंह पुत्र तरलोक सिंह निवासी झब्बाल रोड अमृतसर, छोटे भाई करनदीप सिंह और घरेलू नौकर करन काका पुत्र जीवन शर्मा उर्फ संजीव शर्मा निवासी कटड़ा चढ़त अमृतसर ने भिखारी बब्बा का कत्ल कर शव को जला दिया था। इनका मकसद अनूप सिंह को डैड दिखाना था। इसके बाद अनूप सिंह और करन हरियाणा में चले गए और अनूप ने पहचान छुपाने को अपने केस कटवा दिए, लेकिन पुलिस ने केस सुलझाते तीनों आरोपियों को काबू कर लिया था और अब पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। 

पोस्टमार्टम के बाद भिखारी के शव का किया अंतिम संस्कार
थाना हरीके पत्तन के सब इंस्पैक्टर प्रकाश सिंह ने बताया कि घटना के 72 घंटे बाद भी मृतक भिखारी का कोई वारिस सामने नहीं आया था। मैडीकल कालेज के प्रिंसीपल के आदेश पर डाक्टरों के तीन मैंबरी बोर्ड ने शव का पोस्टमार्ट किया। इसके बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस संबंध में सभी सबूत कब्जे में ले लिए गए। उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों से कत्ल में प्रयोग किया उस्तरा, गंडासी, दातर और दो गाडिय़ां बरामद की गई थीं।

 

क्या कहना है पुलिस अधिकारी का
अनूप सिंह की ओर से 36 लाख रुपए की करवाई इंश्यौरैंस और व्यापार के लिए 75 लाख रुपए के कर्ज संबंधी सभी दस्तावेज बरामद करने बाकी हैं। इस केस संबंधी कुछ और सबूतों की भी तलाश की जा रही है।   -जगजीत सिंह वालिया,एस.पी. (आई)

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