फिरोजपुर: CBI का आई.जी. के घर व ऑफिस में छापा, दस्तावेज किए बरामद

punjabkesari.in Friday, Aug 17, 2018 - 05:37 PM (IST)

फिरोजपुर/पटियाला(मल्होत्रा/कुमार/जैन/बलजिंद्र): विजिलैंस के पूर्व एस.एस.पी. शिव कुमार शर्मा ने फिरोजपुर रेंज के आई.जी. गुरिन्द्र सिंह ढिल्लों व एस.आई.टी के कुछ अन्य सदस्यों पर मोटी रिश्वत मांगने के आरोप लगाए हैं। साथ ही सी.बी.आई के दिल्ली मुख्यालय में शिकायत कर इस पूरे मामले की जांच करने की मांग की है। वीरवार देर रात्रि सीबीआई टीम ने आई.जी. गुरिन्द्र सिंह सहित अन्य अधिकारियों से कई घंटों तक गहनता से पूछताछ की और कुछ रिकार्ड अपने साथ ले गई है। पंजाब के इस बहुचर्चित मामले में यह बता दें कि एस.आई.टी ने चौथी बार शुक्रवार को दोबारा फिर शिव शर्मा को पेश होने के लिए कहा था। 

शर्मा का आरोप है कि अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार के दौरान सी.एम. कैप्टन अमरिन्द्र सिंह के कुछ चहेतों पर उन्होंने मामले दर्ज किए थे, जिसका बदला लेने के लिए सरकार उन्हें बेवजह परेशान कर रही है। शर्मा का आरोप है कि एस.आई.टी. के अधिकारी उसका दिमागी संतुलन खराब करने की कोशिश कर रहे हैं और एक ही प्रशन बार-बार पूछा जा रहा है ताकि मैं मानसिक व शारीरिक तौर पर परेशान हो जाऊं। इससे पहले पुलिस द्वारा एक पूर्व एस.एस.पी सुरजीत सिंह ग्रेवाल को पटियाला जेल से ट्रांजिट रिमांड पर लाकर कोर्ट में पेश किया जा चुका है। इससे पहले पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने शिव कुमार शर्मा को जांच में शामिल होने के आदेश दिए थे। पता चला है कि आई.जी. के निवास सहित ऑफिस में दबिश देकर सीबीआई की करीब चार सदस्यीय टीम ने दस्तावेजों के अलावा उनकी जांच करते हुए कई कमियां ढूंढने की कोशिश की। शुक्रवार सुबह से ही सोशल मीडिया पर आई.जी. के  अरैस्ट होने की अफवाह फैल रही थी, जिसे लोगों द्वारा अन्य को भेजा जा रहा था और चर्चा बनी हुई थी कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि सीबीआई ने उन्हें अरैस्ट किया। लेकिन मीडिया के कैमरे के सामने आई.जी. ने पूरे मामले को स्पष्ट किया। 

क्या है मामला
मोहन सिंह पटवारी का आरोप है कि विजिलैंस के एसएसपी पद पर तैनात शिव कुमार शर्मा ने उन्हें भूमि की एक फर्द बनाने को कहा, जिसके एवज में उन्होंने शर्मा से 20 रूपए सरकारी फीस की डिमांड की थी। जिससे शर्मा ने उनसे गुस्सा करते हुए अपने पद का दुरूपयोग किया और उसे झूठे मामले में फंसाकर बुरी तरह टार्चर किया। उन्होंने कहा कि शर्मा सहित उसकी मदद करने वाले अन्य अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज होने के बावजूद उसकी जांच रोकी गई थी। लेकिन जब उन्होंनें इस बारे में कैप्टन अमरिन्दर से गुहार लगाई तो मामले के फिर से जांच के आदेश दिए। इस मामले में सुरजीत सिंह ग्रेवाल, जसपाल सिंह, शिव कुमार, बनारसी दास, ईशर सिंह पर मामला दर्ज हुआ था।

क्या कहते हैं आई.जी. ढिल्लों
वहीं आई.जी. गुरिन्द्र सिंह ढिल्लों ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम को वह खुद मोनिटर कर रहे हैं और शिव कुमार शर्मा सहित अन्य तीन एस.एस.पीज. के खिलाफ जो उन्होंनें इंक्वायरी लगाई थी, उसमें उक्त लोगों की अंतिम कोशिश है कि एस.आई.टी व उसके इंचार्ज को ओवर ऑल किया जाए, लेकिन मुझे नहीं लगता कि वह इसमें कामयाब होंगे। उन्होंने कहा कि शिव कुमार सहित अन्य लोगों द्वारा जो उन पर आरोप लगाएं जा रहे हैं, वह निराधार है। आई.जी. गुरिन्द्र ढिल्लों ने कहा कि वह मोहन पटवारी वाले केस की जांच को नहीं रूकने देंगे और पहल के आधार पर निर्णय तक लेजाकर आरोपियों को सजा दिलवाएंगे। उन्होंने कहा कि खुद को फंसता देख जांच में शामिल लोग तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं ताकि उनकी जांच में बाधा डाल सके व उन्होंनें अंतिम हथियार इस्तेमाल किया है। उन्होंनें कहा कि जो दस्तावेज टीम ने उनसे मांगे उन्होंने पेश किए और उनमें किसी भी तरह की कमी नहीं थी। उन्होंनें कहा कि जब कोई आरोपी पुलिस के जाल में फंसता है तो वह अक्सर ही पुलिस पर पैसे मांगने के आरोप लगाता है। उन्होंनें कहा कि हम इस केस में दूध का दूध व पानी का पानी करके दिखाएंगे। 

Vaneet