फर्जी एजैंटों पर केंद्र की कार्रवाई से ट्रैवल इंडस्ट्री में मचा हड़कंप, बचने के लिए करने लगे भागदौड़

punjabkesari.in Wednesday, Jul 31, 2019 - 10:36 PM (IST)

जालंधर(सुधीर): केंद्र सरकार द्वारा फर्जी एजैंटों पर नकेल कसने व उनकी सूची जारी होने के बाद पंजाब व अन्य राज्यों में ट्रैवल कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है, जिसे लेकर कुछ ट्रैवल कारोबारी कार्रवाई से बचने के लिए भागदौड़ करने में जुट गए हैं। वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार द्वारा फर्जी ट्रैवल एजैंटों की सूची जारी होने के बाद कमिश्नरेट पुलिस भी हरकत में आ गई है और शहर में जल्द ट्रैवल कारोबारियों के लाइसैंसों की जांच हो सकती है।  उल्लेखनीय है कि पंजाब व अन्य राज्यों में युवा पीढ़ी को विदेश भेजने का झांसा देकर करोड़ों रुपए की ठगी के कई मामले दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रहे थे जबकि कुछ फर्जी एजैंटों द्वारा विदेश में युवा पीढ़ी को नौकरी का झांसा देकर अरब देशों में भेजा जा रहा था, जहां उनसे दुव्र्यवहार किया जाता और खाने को खाना तक नहीं दिया जाता। ऐसे में फर्जी एजैंटों के हत्थे चढ़ कर रोटी कमाने गए युवकों ने सोशल मीडिया पर अपनी वीडियो वायरल कर विदेश मंत्रालय से फर्जी एजैंटों पर नकेल कसने व उन्हें भारत वापस बुलाने की गुहार लगाई थी। 

इससंबंध में विदेश मंत्रालय के पास पिछले कुछ समय से लगातार फर्जी एजैंटों की शिकायतें मिल रही थीं। ऐसे में विदेश मंत्रालय ने देशभर के फर्जी ट्रैवल एजैंटों की सूची जारी कर दी ताकि लोग ठगी से बच सकें। वहीं, पंजाब के 76 ट्रैवल कारोबारी जिनमें जालंधर के सन्नी ट्रैवल, भाटिया टैस्ट सैंटर, डायमंड ग्लोबल इंडिया, पी.एस. कंसल्टैंट, सैवन-सीज व कैन विंग्स आदि शामिल हैं। इसके अलावा चंडीगढ़ के 22, दिल्ली के 85, हरियाणा के 13, हिमाचल का 1, जम्मू-कशमीर के 2, केरल 24, कनार्टक 13, मध्य प्रदेश के 8, महाराष्ट्र 86, उड़ीसा 2, पुड्डुचेरी 1, राजस्थान 12, यू.पी. व अन्य राज्यों के ट्रैवल कारोबारियों की सूची जारी की है। विदेश मंत्रालय की फर्जी ट्रैवल कारोबारियों की सूची देखकर पंजाब तीसरे नंबर पर दिख रहा है। 

हम पढ़ाई के तौर पर ही छात्रों को भेजते हैं विदेश: कैन विंग्स
फर्जी एजैंटों की सूची में कैन विंग्स कम्पनी का नाम सामने आने पर कम्पनी के प्रवक्ता ने बताया कि उनकी कम्पनी सिर्फ पढ़ाई व पी.आर. के तौर पर ही छात्रों को कानूनी ढंग से विदेश भेजती है। कम्पनी द्वारा किसी भी व्यक्ति को वर्क परमिट व न ही नौकरी का झांसा देकर विदेश भेजा जाता है। पंजाब में कम्पनी की लुधियाना, अमृतसर, कपूरथला, दिल्ली में ब्रांचें हैं। उन्होंने बताया कि वह खुद हैरान हैं कि उनकी लुधियाना ब्रांच का नाम कैसे आया जबकि उनकी कम्पनी के खिलाफ न तो कोई मामला दर्ज है और न ही कोई शिकायत है, जबकि लुधियाना, अमृतसर, कपूरथला, दिल्ली व जालंधर ब्रांच में पहले जैसा ही कारोबार हो रहा है। उन्होंने बताया कि वह विदेश मंत्रालय से सम्पर्क साधने का प्रयास कर रहे हैं।

फर्जी एजैंटों की जांच 2 ए.सी.पी. को सौंपी: डी.सी.पी. गुरमीत सिंह
विदेश मंत्रालय द्वारा फर्जी एजैंटों की सूची जारी करने और उसमें जालंधर के कुछ एजैंटों के नाम सामने आने पर कमिश्नरेट पुलिस ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। डी.सी.पी. गुरमीत सिंह ने कहा कि पुलिस के पास भी फर्जी एजैंटों की सूची पहुंच चुकी है और मामले की जांच शहर के 2 ए.सी.पी. रैंक के अधिकारियों को सौंपी गई है। कमिश्नरेट पुलिस मामले की गंभीरता से जांच करेगी और फर्जी ट्रैवल कारोबारियों को बख्शा नहीं जाएगा। 

शहर में ट्रैवल कारोबारी आवेदकों के पासपोर्ट भी नहीं रख सकते
डी.सी.पी. गुरमीत सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार से मान्यता प्राप्त ट्रैवल कारोबारी किसी भी आवेदक का अपने दफ्तर में पासपोर्ट नहीं रख सकते हैं तथा जिन कारोबारियों के पास केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त लाइसैंस है, वे सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक कारोबार कर सकते हैं।

लोगों को अवेयर होने की जरूरत: विनय हरि
ट्रैवल कारोबारी विनय हरि ने बताया कि लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। कुछ लोग विदेशों में नौकरी दिलवाने व कई तरह के मेलों भाग लेने के नाम पर झांसा देकर लोगों से एडवांस में लाखों रुपए ऐंठ लेते हैं, जिस कारण लोग ठगी का शिकार होते हैं और बाद में पुलिस को फर्जी एजैंटों के खिलाफ शिकायतें दर्ज करवाते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वीजा अप्लाई करते समय किसी भी एजैंट को एडवांस में पैसे न दें। सरकार की वैबसाइट पर जाकर मान्यता प्राप्त एजैंटों की लिस्ट की जांच करें। उन्होंने बताया कि उनकी कम्पनी हर आवेदक से सारे पैसे वीजा लगने के बाद ही लेती है। 

Vaneet