हालात बेकाबू, केंद्र सरकार फिर कर सकती है महाकर्फ्यू का ऐलान!

punjabkesari.in Sunday, Jun 21, 2020 - 05:04 PM (IST)

मजीठा(सर्बजीत): कोविड-19 कोरोना वायरस महामारी ने जहां समूचे विश्व को अपनी चपेट में लेते हुए हर का दिल दहलाकर रख दिया है, वहीं साथ ही इस महामारी से बचने के लिए जहां मोदी सरकार ने 22 मार्च को देशभर में सख्ती के साथ लॉकडाउन लगाते हुए लोगों को इस महामारी से बचने के लिए घरों अंदर ही रहने के लिए कहा था, वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने भी पंजाबियों के हित में और उनकी कीमती जानों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राज्यभर में कर्फ्यू लगा दिया था, जिसकी चाहे किसी भी तरीके से लोगों ने घरों के अंदर रहकर पालना की, परन्तु अब लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद अनलॉक-1 होने पर कोरोना वायरस के मामलों में चाहे रती भर कहीं कमी हुई होगी, परन्तु यह वायरस खत्म होने की बजाय दिनों-दिन लोगों के अंदर फैलता ही जा रहा है। इसको रोकना अब सेहत विभाग के कंट्रोल से बाहर होने वाली बात होती जा रही है, क्योंकि दिन-प्रतिदिन कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के सामने आने के बावजूद अनलॉक-1 के अंतर्गत लोग सड़कों पर चीटियों की तरह वाहनों पर गुजरते नजर आ रहे हैं तथा ऐसा होने से सड़कों पर प्रतिदिन गुजरने वाले लोग जहां सोशल डिस्टैंस की परवाह किए बिना ही पुलिस प्रशासन की नाक नीचे से गुजरते हुए लॉकडाउन और सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं, वहीं साथ ही ड्यूटी पर तैनात रहने वाले पुलिस अफसर भी लोगों को समझाने को प्राथिमकता नहीं दे रहे दिखाई देते, जिसके चलते भीड़ इकट्ठी होने के कारण कोरोना वायरस के अधिक फैलने का डर है।

उधर, दूसरी तरफ लगभग 3 महीनों का लॉकडाउन झेलने के बाद भी देश में कोरोना वायरस कम नहीं हो रहा है और रोजाना तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है और देश के अंदर जिस रफ्तार के साथ कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, उसे देखते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार पुन: कोरोना के साथ दो-दो हाथ करने के लिए कमान संभाल ली लगती है, क्योंकि कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को कंट्रोल करके नीचे लाने के लिए केंद्र सरकार बेहद चिंतित है। संकेत हैं कि इस विषय के संबंध में केंद्र सरकार कोरोना वायरस को हराने के लिए कोई बड़ा और सख्त फैसला लेने का मन बना चुकी है, क्योंकि विगत 1 जून को हुए अनलॉक-1 को देश की जनता ने कोरोना पर अपनी जीत मानकर सब कुछ पहले की तरह ही आम दिनों की भांति अपनी दिनचर्या शुरू कर दी है, जिससे हालात भयानक बनते जा रहे हैं, क्योंकि कोरोना वायरस के मामलों की संख्या में विस्तार होना बहुत ही मंदभागी बात है।

बता दें कि एम्स के डायरैक्टर डा. रणबीर सिंह गुलेरिया की मानें तो जून-जुलाई में कोरोना की स्थिति आऊट ऑफ कंट्रोल हो सकती है, क्योंकि देश में रोजाना बढ़ती रोगियों की संख्या इस बयान को बढावा दे रही है।

सख्त लॉकडाउन को बर्दाश्त करने को तैयार रहें लोग
देश को एक बार फिर पहले की तरह सख्त लॉकडाउन को बर्दाश्त के लिए तैयार रहना पड़ सकता है, क्योंकि केंद्र सरकार कोई ठोस कदम उठाते हुए महाकर्फ्यू का ऐलान कर दे, परन्तु शायद हो सकता है कि इससे पहले सरकार देशवासियों को दो दिन का समय दे दे कि जिस किसी ने भी अपने गांव या शहर जाना है तो वह इस बीच अपनी जगह व ठिकाने पर पहुंच जाए और जिस किसी को दवा, राशन या कुछ और जरूरी वस्तुएं घरों में जुटानी हैं तो वह इन दिनों में खरीद लें और पहले की तरह कोई भी लॉकडाउन में बाहर न निकले। यहीं बस नहीं, जो 21 दिनों के लगने वाले इस महाकर्फ्यू की स्थिति से इंकार नहीं किया जा सकता क्योंकि जिस तरह प्रदेश सरकारें और केंद्र सरकार की ओर से प्रतिदिन बढ़ते-घटते कोरोना के हालात को उजागर किया जा रहा है तो ऐसी स्थिति में यदि कोई नियमों या कानून का उल्लंघन करेगा तो सख्ती के साथ निपटा जाएगा और इसी तरह ही कोरोना को फैलने से रोका जा सकता है, इसलिए सारी स्थिति को देखते हुए देश की जनता और खास कर पंजाबियों को चाहिए कि वह सावधानियों का इस्तेमाल करते हुए अधिक से अधिक लॉकडाउन की पालना करते हुए कोरोना के खात्मे के लिए सरकारों का साथ दें।

पंजाब में भी लगेगा सख्त लॉकडाऊन या फिर...!
कोविड-19 के मद्देनजर इस समय पर जो स्थिति पंजाब की बनी पड़ी है, उसे मुख्य रखते हुए यदि देखा जाए तो क्या कैप्टन अमरेंद्र सिंह मुख्यमंत्री पंजाब में आने वाले दिनों/समय में सख्त लॉकडाउन लगाने की तैयारी करेंगे या फिर यह सब कुछ इस तरह ही लोग कोरोना से सहमे हुए घरों में दुबके रहेंगे या सरकार के हुक्मों की धज्जियां उड़ती नजर आएंगी।

उधर, दूसरी तरफ यदि यह कह लिया जाए कि कुछ हफ्तों में हजारों की संख्या में विदेशों से लोगों के पंजाब में लौटने के साथ कोरोना का फैलाव बढ़ा है तो यह कहने में कोई दो राए नहीं हैं कि बाहर से आए लोगों की तरफ से क्वारंटाइन के नियमों का उल्लंघन करने के भी कई मामले सामने आ रहे हैं।

हो सकती है सख्त तालाबन्दी?
कोविड-19 के दिन-प्रतिदिन फैलने के मद्देनजर केंद्रीय ग्रह मंत्रालय भी अलग-अलग राज्यों के पास से जानकारी हासिल करने के बाद तालाबन्दी को हो सकता है कि सख्त कर दे क्योंकि तालाबन्दी के सख्त होने साथ ही लोगों की आवाजाही सड़कों पर से बंद होगी और साथ ही केवल वही लोग घर से बाहर जा सकेंगे, जिन्हें नौकरियों पर जाना है या अपनी ड्यूटी करने के लिए। अंत में यह बताते चलें कि उपरोक्त पूरे के परे मामले को ध्यान में रखते आने वाले दिनों में हालात किस तरफ करवट बदलते हैं यह तो अब आने वाला समय ही बताएगा।


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Edited By

Sunita sarangal

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