इन राज्यों ने नशे के खिलाफ उठाई आवाज, केन्द्रीय सचिवालय गठित करने का फैसला किया

punjabkesari.in Monday, Aug 20, 2018 - 06:05 PM (IST)

चंडीगढ़: नशे की बढ़ती समस्या से निजात पाने के लिए पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, संघ शासित क्षेत्र की आज यहां बैठक बुलाई गई जिसकी मेजबानी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने की। बैठक में तीन राज्यों के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह, खट्टर, उत्तराखंड के टीएस रावत और वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तथा राजस्थान, दिल्ली और चंडीगढ़ के वरिष्ठ प्रशासनिक तथा पुलिस अधिकारी शामिल हुए। Ø

मुख्यमंत्रियों के क्षेत्रीय सम्मेलन में नशे के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए डाटा तथा सूचना लेन-देन को लेकर सर्व सम्मति से पंचकूला में एक कामन सेंट्रल सेकटेरियेट गठित करने का फैसला किया। आपसी तालमेल के लिए हर राज्य अपना नोडल अधिकारी तैनात करेगा। नशे को लेकर चुनौती तथा रणनीति पर विचार-विमर्श करने तथा एक संयुक्त रणनीति बनाने के लिए सम्मेलन का आयोजन किया गया। भारत-पाकिस्तान सीमा से लगा होने के कारण पंजाब नशे से सबसे अधिक प्रभावित है तथा नशे की गिरफ्त में आए युवकों की मौत ने राज्य को झकझेार दिया। हरियाणा तथा राजस्थान भी पड़ोसी होने के कारण इससे प्रभावित हैं। राजस्थान से भी तस्करी करके नशा पंजाब लाया जाता है। चंडीगढ़ में भी नशे की बिक्री बढ़ी है तथा हिमाचल भी इसकी चपेट में है। दिल्ली भी नशे से कम प्रभावित नहीं है। बैठक में कैप्टन सिंह ने नशे की समस्या से निपटने के लिए नियमित बैठकें किए जाने पर बल दिया 


 

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