Chandigarh के स्कूलों के लिए खतरे की घंटी! रद्द होगी मान्यता, जानें क्यों...

punjabkesari.in Monday, Sep 15, 2025 - 02:03 PM (IST)

चंडीगढ़ः केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने एक बार फिर डम्मी दाखिलों को लेकर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए सख्त निर्देश जारी किए है। इन निर्देशों के विपरीत डम्मी दाखिले मिले तो स्कूलों की मान्यता रद्द हगी। डम्मी दाखिला लेने वाले छात्रों को भी बख्शा नहीं जाएगा। छात्रों को सालाना बोर्ड परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा। बोर्ड ने स्कूल में उपस्थित न होने के लिए कुछ विशेष मौकों का ही प्रावधान रखा है। बोर्ड ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए अपाड आई.डी. को भी अनिवार्य कर दिया है। बिना आपार आई.डी. वाले बच्चों को आगामी सत्र में बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

इन कारणों को ही माना जाएगा गैर-हाजिरी की सही वजह
डम्मी एडमिशन के बाद कई छात्र कोचिंग के लिए चले जाते हैं। ऐसे में स्कूल से लंबी छुट्टी के लिए बोर्ड ने कुछ विशेष कारणों को ही सही माना है। अब बच्चों के लिए सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेलों में भागीदारी या कोई गंभीर कारण होने पर ही लंबी छुट्टी मान्य होगी। आम कारणों में बच्चों या अभिभावकों को स्कूल को पहले से लिखित सूचना देनी जरूरी होगी। बोर्ड की टीम द्वारा चेकिंग के दौरान छात्र की गैर-हाजिरी का कारण सही न पाया जाने पर उसका एडमिशन डम्मी माना जाएगा और उसे वार्षिक परीक्षा से वंचित कर दिया जाएगा।

आईडी और 75 प्रतिशत हाजिरी जरूरी
बोर्ड ने निर्देशों में कहा है कि बिना आधार आईडी के 9वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को परीक्षा के लिए पंजीकरण नहीं मिलेगा। बोर्ड ने परीक्षा को लेकर सख्ती करते हुए कहा है कि 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले छात्रों को 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। बोर्ड कोऑर्डिनेटर ने बताया कि 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए 75 प्रतिशत हाजिरी अनिवार्य कर दी गई है। यदि मान्यता प्राप्त स्कूल इस नियम का उल्लंघन करता पाया गया तो उसकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी। विशेष परिस्थितियों में ही उपस्थिति में 25 प्रतिशत तक की छूट का नियम है, लेकिन छात्रों को इसके लिए जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे।

 

 


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Vatika

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