चंडीगढ़ महिला कांग्रेस प्रधान पर ''फायरिंग मामले'' का असली सच आया सामने

punjabkesari.in Tuesday, Feb 16, 2021 - 11:49 AM (IST)

चंडीगढ़(सुशील राज): चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की अध्यक्ष एडवोकेट दीपा दुबे की कोठी पर रविवार देर रात ताबड़तोड़ फायरिंग करने के मामले में पुलिस ने उनके पति मनु दुबे समेत पांच लोगों के खिलाफ आम्र्स एक्ट, धमकाने, मारपीट करने समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। मनु दुबे के अलावा उनके ही पक्ष के गोली चलाने वाले जेंटा, निखिल, विशाल और तरसेम सिंह आरोपियों में शामिल हैं। सैक्टर-11 थाना पुलिस ने दीपा दुबे के किराएदार पंजाब के गुरदासपुर स्थित गांव भामनीवाल निवासी गुरदास सिंह (23) की शिकायत पर एफ.आई.आर. दर्ज की है। फिलहाल, देर रात तक मामले में कोई गिरफ्तारी न कर पुलिस पिस्टल रिकवरी में लगी थी। 

गुरदास सिंह ने बताया कि वह एक साल से अपने दोस्त दीपक के साथ सैक्टर-15 में किराए पर रह रहा है। 14 फरवरी की शाम उसके दोस्त गुरदीप सिंह, भूपिंदर, रवि, सुनील, गुरमीत और गगन उससे मिलने कमरे में आए थे। सभी मिलने के बाद रात 9.30 बजे डिनर करने मार्कीट में आने को बाहर निकले तो रास्ते में ही मकान मालिक मनु दुबे ने उनका रास्ता रोक लिया। मनु दुबे ने उसे बाहरी लोगों को लगातार घर पर बुलाने की बात पर गाली-गलौच किया। इस दौरान उसके साथ उसके दोस्त रवि की पिटाई कर दी। जबकि, बाकी दोस्त सैक्टर-15 स्थित कोठी में भाग गए। इसके बाद रवि ने अपने दोस्त मंजीत और आशीष को वारदात की जानकारी दी। वे भी दोनों उससे मिलने पहुंच गए। पुलिस के अनुसार भागे हुए दोस्तों की कार भी पार्किंग के बाहर खड़ी थी। जैसे ही सभी कार के पास जमा हुए तो मनु दुबे के पक्ष से तरसेम सिंह ने उसके दोस्त मंजीत को दबोच कर मारपीट शुरू कर दी। इसी दौरान दुबे पक्ष से मौजूद जेंटा ने गोलियां चला दीं। इसके बाद सभी मौके से फरार हो गए। मामले की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने किराएदार के बयान के आधार पर आंतरिक जांच के बाद सभी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।

दीपा दुबे ने पुलिस को झूठी कहानी बता मांगी थी सुरक्षा
चंडीगढ़ महिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपा दुबे ने वारदात की पूरी कहानी बताई थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह सैक्टर-15 में अपने परिवार समेत रहती हैं। उन्होंने दो किराएदार रखे हैं। इनमें से एक हरियाणा के जिला जींद का रहने वाला है, जिसका नाम गुरदास है और एक पंजाब के जिला संगरूर का रहने वाला जिसका नाम दीपक है। इन दोनों में से एक प्राइवेट संस्थान में और दूसरा पंजाब विश्वविद्यालय में पढ़ता है। दीपा दुबे ने पुलिस को बताया कि इन्हीं के पास रविवार रात 8-9 युवक आए हुए थे जिसका कि उनको पहले पता नहीं था। पता उनको तब चला जब वह अपने घर के बाहर मेहमानों के साथ बैठी हुई थीं। इसी दौरान इन सभी का ऊपर से उतरना हुआ। इतने सारे युवकों को देखकर उन्होंने एक युवक से पूछ लिया कि आप लोग यहां किसके पास आए थे। 

दुबे ने बताया कि जैसे ही उन्होंने इतना पूछा कि उसने उन पर अपशब्दों का प्रयोग करना शुरू कर दिया। इसे देखकर उनके पति ने तुरंत उसे रोका और ऐसा न बोलने को कहा। सभी युवक इकट्ठा हो गए तो वह और उनके मेहमान सभी घर के अंदर चले गए। मगर ठीक 15 मिनट बाद उनके घर के बाहर भयंकर शोर-शराबा शुरू हो गया। ये युवक उत्पात मचाने की कोशिश करने लगे। घर के बाहर खड़े ये चिल्ला रहे थे कि तोड़ दो गाडिय़ों के शीशे, तोड़ दो। यह सुनकर वे सब लोग घर के अंदर से फिर बाहर आए तो युवकों ने लाठियां लहरानी और चलानी शुरू कर दीं। यह देखकर वे फिर से घर के अंदर घुस गए और इसकी सूचना पुलिस को दी तो युवक भाग गए। इसके बाद 12:30 बजे ये दोबारा दीपा दुबे के घर के बाहर पहुंचे और फिर से हंगामा शुरू कर दिया। इस बार तो इन गुंडों ने एक गाड़ी के शीशे भी तोड़े, पथराव किया और फायरिंग भी की।

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Vatika