कोई भी प्रवासी मजदूर दूसरे राज्य को पैदल जाने, भूखा रहने के लिए मजबूर न हो: कैप्टन

punjabkesari.in Sunday, May 24, 2020 - 07:03 PM (IST)

चंडीगढ़ः मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पंजाब के तमाम जिला उपायुक्ताओं और पुलिस प्रमुखों को आज निर्देश दिया कि वह सुनिश्चित करें कि कोई भी प्रवासी मजदूर अपने गृह प्रदेश वापसी के लिए पैदल ही निकल पड़ने को मजबूर न हो या पंजाब में होते भूखे पेट रहने के लिए मजबूर न हो। उन्होंने कहा कि सभी प्रवासी मजदूरों की गृह राज्यों में सुरक्षित पहुंच यकीनी बनाना उनकी सरकार की जिम्मेदारी बनती है। मुख्यमंत्री ने बताया कि उपायुक्ताओं और पुलिस अधिकारियों को आदेश दिए कि यदि किसी भी प्रवासी के गृह प्रदेश वापसी के लिए सड़क पर होने का पता लगे तो उसे नजदीक की ऐसी जगह पर छोड़ा जाए जहां से वह रेलगाड़ी या बस ले सके। उन्होंने बताया कि 300वीं विशेष श्रमिक रेल प्रवासी मज़दूरों को लेकर उत्तर प्रदेश की तरफ आज रवाना हो गई है। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत की कि प्रवासियों को पंजाब छोड़ने तक भोजन और पानी मुहैया करवाना चाहिए। 

प्रवासियों को न घबराने की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार गृह राज्यों में वापसी के इच्छुक हर प्रवासी की सहायता करेगी और उनकी मुफ्त यात्रा और भोजन का भी बंदोबस्त करेगी। ‘संकट में हर व्यक्ति का ध्यान रखने' के प्रति राज्य की वचनबद्धता को दिखाते हुए कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने प्रवासियों को ‘हमारे सहयोगी भारतीय‘ बताया जो राज्य और यहां की आर्थिकता में योगदान डालते हैं। प्रवासियों से मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पंजाब आपकी कर्म भूमि है, चाहे यह आपकी जन्म भूमि न भी हो।'' कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने प्रवासी को अपने गृह राज्य में वापसी करने का कठिन रास्ता पैदल चल कर तय करने की कोशिश न करने की अपील भी की और कहा कि राज्य सरकार उनके सफऱ के लिए रेल और बसों समेत सभी जरूरी प्रबंध कर रही है। मुख्यमंत्री ने खुलासा किया कि पंजाब से बाहर जाने के लिए राज्य के पोटर्ल पर अब तक 10 लाख से अधिक व्यक्ति नाम दर्ज करवा चुके हैं। 

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने रजिस्टडर् हो चुके सभी व्यक्तियों की प्रामाणिकता की व्यापक कवायद आरंभ की हुई है और हर व्यक्ति को फोन कॉल करके दोबारा पता लगाया जा रहा है कि क्या वह अपने गृह राज्य में वापसी करन के इच्छुक हैं या नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह इस तथ्य के मद्देनजर किया जा रहा है कि पिछले 3-4 दिनों से राज्य में दो तिहाई औद्योगिक इकाईयों ने बन्दिशों में ढील देने के बाद काम शुरू कर दिया है जिसके उपरांत पंजाब से बाहर जाने के इच्छुक व्यक्तियों की संख्या में बड़ी कमी आई है। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने इसको स्वागती संकेत करार दिया।

Mohit