सेवा केंद्र बंद कर बेरोजगार किए नौजवान बन सकते हैं मुख्यमंत्री के गले की फांस

punjabkesari.in Monday, Jun 18, 2018 - 07:50 AM (IST)

अमृतसर(दलजीत): पंजाब सरकार द्वारा राज्य में 700 सेवा केंद्र बंद करना मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की गले की फांस बन सकता है। सेवा केंद्रों के हजारों बेरोजगार हुए कर्मचारियों ने कैप्टन सहित कैबिनेट मंत्रियों का औचक घेराव करके पुतले फूंकने का ऐलान कर दिया है।

अमृतसर में आज पंजाब सेवा केंद्र यूनियन द्वारा सरकार के खिलाफ संघर्ष का बिगुल बजाते हुए जोरदार प्रदर्शन भी किया गया। यूनियन के नेता जैदीप सिंह और गुलाटी शर्मा ने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा सत्ता में आने से पहले राज्य के नौजवानों के साथ वायदा किया गया था कि बेरोजगारी को दूर करने के लिए वह नौजवानों को सरकारी नौकरी देंगे परन्तु अफसोस की बात है कि कैप्टन ने लाटू की तरह घूमते हुए सेवा केंद्रों को बंद करके वहां नौकरी कर रहे हजारों कर्मचारियों को बेरोजगार कर दिया है।

यह सेवा केंद्र देहाती और शहरी क्षेत्रों में नागरिकों को बिना परेशानी, अच्छी और समयबंद्ध तरीके के साथ सहायता कर रहे थे। 2,200 के बीच से करीब 700 केंद्र बंद करना सरकार के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। पंजाब बेरोजगारी फैलाने वाली कैप्टन सरकार को कुंभकर्णी नींद से जगाने के लिए मजबूर होकर यूनियन को संघर्ष का अख्तियार करना पड़ रहा है। उन्होंने ऐलान किया कि जल्द ही कैप्टन सहित कैबिनेट मंत्रियों के अचानक घेराव किए जाएंगे। 

ये हैं मुख्य मांगें
-बंद किए 700 सेवा केंद्र फिर बहाल किए जाएं या बेरोजगार हुए 
-नौजवानों को किसी भी विभाग में नौकरी दी जाए।
-चल रहे सेवा केंद्रों में तैनात नौजवानों का भविष्य सुरक्षित किया जाए।
-बढ़ रही महंगाई के अनुसार काम कर रहे नौजवानों का वेतन बढ़ाया जाए। 
-पिछले 6 महीने से पैंङ्क्षडग पड़ी वेतन जल्द जारी करवाई जाए।
-मुख्यमंत्री के साथ उक्त मुद्दे पर मीटिंग करवाई जाए आदि। 


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Anjna

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