थाने का SHO ही निकला चोरों का साथी, 3.5 लाख की रिश्वत लेने के बाद ऐसे खुला राज

punjabkesari.in Wednesday, Jan 08, 2020 - 10:27 AM (IST)

होशियारपुर(अमरेन्द्र): गढ़शंकर से 3 अक्तूबर 2019 को छीनी गई स्वीफ्ट कार के साथ सोने-चांदी के गहने व नगदी लूटने के आरोप में गिरफ्तार प्रदीप कुमार उर्फ विक्की पुत्र जगजीत सिंह निवासी मालेवाल व योगेश कुमार उर्फ काकू पुत्र धर्मपाल निवासी मंगूपुर के साथ चोरी के गहने खरीदने के आरोप में गिरफ्तार राकेश उर्फ देसराज पुत्र शादी लाल सभी निवासी जिला नवांशहर को गढ़शंकर पुलिस ने अदालत में पेश किया। गढ़शंकर थाने में तैनात एस.एच.ओ.बलविन्द्र कुमार ने बताया कि अदालत ने तीनों ही आरोपियों को और 1 दिन की पुलिस रिमांड में भेजने के आदेश दिए हैं। दूसरी तरफ इस मामले में एस.एस.पी.होशियारपुर की तरफ से जांच रिपोर्ट नवांशहर पुलिस को सौंपने के बाद आज नवांशहर पुलिस ने पोजेवाल थाने में 3.5 लाख रुपए रिश्वत लेने के मामले में पोजेवाल में तैनात रहे थानेदार जागर सिंह को सस्पैंड कर उसके खिलाफ मामला दर्ज किया है।
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अजीब संयोग, जहां रहा थाना प्रभारी वहीं दर्ज हुआ भ्रष्टाचार का केस
होशियारपुर पुलिस की तरफ से कल सोमवार को पूरे मामले के पर्दाफाश के बाद अब प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर नवांशहर पुलिस ने थानेदार जागर सिंह के साथ-साथ सोने-चांदी छीनने के आरोपियों प्रदीप कुमार व योगेश कुमार के साथ-साथ थानेदार के साथ पूरे मामले में कथित तौर पर सैटिंग कराने के आरोप में होशियारपुर की महिला अमरजीत कौर के खिलाफ भी मामला दर्ज किया। इसे संयोग ही कहा जाएगा कि आरोपियों में शामिल थानेदार जागर सिंह एक सप्ताह पहले तक जिस थाने पोजेवाल में कभी थानेदार था अब उसी थाने में उसके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले दर्ज हुए हैं।
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नवांशहर के एस.पी.वजीर सिंह ने की पुष्टि
इस मामले में नवांशहर में तैनात पुलिस अधीक्षक(एस.पी.)वजीर सिंह ने बताया कि थानेदार जागर सिंह सहित प्रदीप कुमार, योगेश कुमार व अमरजीत कौर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि मामला उजागर होने के बाद थानेदार जागर सिंह को पोजेवाल से तबादला कर नवांशङर पुलिस लाईन में तैनात कर दिया गया था लेकिन वह इस मामले में फिलहाल रहस्यमय हालात में गायब चल रहा है। पुलिस जल्द ही आरोपी जागर सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पैंड कर पुलिस पुछताछ व जांच में सहयोग करने के लिए हिरासत में लेने के लिए प्रयास कर रही है।

भनक लगते ही कैसे हुआ पूरे मामले का पर्दाफाश 
गौरतलब है कि होशियारपुर के ज्वैलर राकेश बग्गा से कार स्टार्ट करने के बहाने छीने कार गिरफ्तार आरोपियों प्रदीप व योगेश 12 दिन तक थाना पोजेवाल में खड़ी रही। थाने के अन्य पुलिस मुलाजिम यही सोचते रहे कि चालान कटने के बाद कार थाने में खड़ी है। जब कार छोड़ी गई तो थाने के ही एक मुलाजिम ने सारी बात उच्च पुलिस अधिकारियों तक पहुंचा दी थी। थाना गढ़शंकर पुलिस के अनुसार पोजेवाल थाने के थानेदार इंस्पेक्टर जागर सिंह के रिश्वत लेकर स्वीफ्ट कार छोडऩे की भनक पहले ही लग गई थी। पहले पता चला था कि डील 2 लाख में हुई है। जब आरोपियों की गिरफ्तारी हुई तो पुलिस जांच में पता चला कि 3 लाख 50 हजार रुपए में सौदा हुआ था। 
 


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