1 साल में 2 बार पास की ज्यूडीशियल परीक्षा, फिर बनी पंजाब की जज

punjabkesari.in Friday, Nov 30, 2018 - 03:50 PM (IST)

सुजानपुर(ज्योति): कहते हैं मन में कुछ कर दिखाने का जज्बा हो तो किसी भी मंजिल को हासिल किया जा सकता है। ऐसा ही सुजानपुर निवासी अंकिता अग्रवाल ने हिमाचल में ज्यूडीशियल सर्विसिस की परीक्षा पास कर 26 वर्ष की आयु में हिमाचल प्रदेश की सिविल जज बनने के मात्र 6 माह बाद पंजाब की ज्यूडीशियल सर्विसिस की भी परीक्षा पास कर पंजाब राज्य में सिविस जज बनकर अपनी मंजिल को हासिल किया है जिसके चलते अंकिता अग्रवाल के पिता डा. नरेश अग्रवाल, माता सिमी अग्रवाल व पति राजीव धवन जोकि पंजाब हरियाणा कोर्ट में प्रक्टिस कर रहे हैं की ओर से अंकिता अग्रवाल को बर्फी खिलाकर उसका मुंह मीठा करवाया। 

दादा का सपना था कि पोती जज बने
अंकिता अग्रवाल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि उसके दादा ए.सी. अग्रवाल भी गुरदासपुर में एडीशनल सैशन जज थे और उनका सपना था कि उनकी पोती भी उनकी तरह जज बने जिसके चलते अंकिता ने अपने दादा के बताए नक्शे कदम पर चलते हुए पहले हिमाचल प्रदेश की सिविल जज बनी और अब पंजाब राज्य में भी सिविल जज बनकर अपने दादा के सपने को साकार किया। अंकिता ने बताया कि अभी उनके पास दोनों राज्य में जज की नौकरी करने का विकल्प हैं परंतु वह पंजाब राज्य की वसनीक है जिसके चलते उनकी ओर से पंजाब राज्य को पहल देते हुए पंजाब की जनता की सेवा करने का मन बनाया है। 

अंकिता के जज बनने के पीछे इनका है हाथ 
अंकिता ने कहा कि उनके जज बनने का पूरा श्रेय उनकी ओर से अपने अध्यापकों, माता-पिता व पति अंकित धवन को दिया है जो कि मुझे समय-समय पर समझाते रहते थे और मुश्किल की किसी भी घड़ी में मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे। अंकिता का हिमाचल प्रदेश में ज्यूडीशियल सर्विसिस की परीक्षा पास कर हिमाचल प्रदेश की सिविल जज बनने के बाद पंजाब प्रदेश में ज्यूडीशियल सर्विसिस की परीक्षा पास कर पंजाब प्रदेश की सिविल जज बनना सुजानपुर के लिए गर्व की बात है।

Vaneet