भाजपा में गुटबाजी चरम पर, चलने लगा शह और मात का खेल

punjabkesari.in Friday, Dec 28, 2018 - 09:28 AM (IST)

जालंधर(रविंदर): भाजपा के भीतर आजकल कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है। पंजाब विधानसभा चुनाव में महज 3 सीटें और सारे नगर निगम हारने के बावजूद भाजपा के नेताओं ने कोई सबक नहीं सीखा । गुटबाजी इस कदर चरम पर है कि नेता एक-दूसरे को नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे। उक्त नेताओं में शह और मात का खेल जारी है।

प्रदेश में अध्यक्ष की कमान जब विजय सांपला के हाथ थी तो विरोधी गुट के लोग उन पर खासमखास को तरजीह देने का आरोप लगाते थे और अब अगर प्रदेश अध्यक्ष की कमान श्वेत मलिक के पास है तो सांपला गुट फिर एक्टिव हो गया। वीरवार को जालंधर में प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा की विजय लक्ष्य 2019 कार्यशाला थी जिस पर भी नेताओं ने तंज कसे। इस कार्यशाला को लेकर सांपला गुट के खासमखास भाजपा नेता प्रदीप खुल्लर ने अपनी फेसबुक वाल पर कटाक्ष करते हुए लिखा कि बहुत शर्म की बात कि पंजाब के युवा मोर्चा कार्यक्रम में 150 की संख्या इकट्ठा नहीं कर पाई भाजयुमो।प्रदीप खुल्लर के कटाक्ष करते ही अन्य नेताओं के कमैंट भी आने लगे। इसके बात प्रदीप खुल्लर ने लिखा कि बहुत सारे लीडरों ने युवा मोर्चा में सिर्फ चमचों को चमकाया है। साथ ही लिखा कि आज के कार्यक्रम की सभी फोटो पूनम महाजन को भेज दी है। पार्टी के कई हितैषी कार्यकत्र्ताओं ने सलाह भी दी कि ऐसी पोस्ट न डालें। पार्टी का अक्स खराब होता है, मगर प्रदीप खुल्लर ने कहा कि सच्च कड़वा होता है और 2019 में नतीजे आने के बाद सब कुछ पता लग जाएगा।

यही नहीं राकेश विज ने कमैंट में लिखा कि आजकल पार्टी के साथ जो जितना बड़ा घपला करता है, उसको उतना ही बड़ा पद दिया जाता है। पार्टी कार्यकत्र्ता वैद कुमार गौरव ने चेताया कि भाजपा को अन्य पार्टियों से उतना खतरा नहीं, जितना पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी से है।यही गुटबाजी भाजपा की हार का कारण बनेगी 2019 में। अब भी समय है संभल जाओ। राजेश गुलजार बंसल ने पलटवार करते हुए कहा कि आज सभी को दर्द का अहसास हो रहा है। 10 साल पहले जब भाजपा की पंजाब में बैंड बजनी शुरू हुई थी, तब कमान आपके नेताओं के हाथ में थी। उस समय आप चुपचाप तमाशा देखते रहे और अब सभी नसीहतें देने लगे हैं।यह सब आज शुरु नहीं हुआ, इसकी जड़ पुरानी है। खुद ही अपने-अपने धड़े पहले बनाए और अब खुद ही रोष जता रहे हैं। सोशल मीडिया के जरिए अपनी ही पार्टी पर इस तरह के कटाक्ष से यह साफ हो गया है कि भाजपा के भीतर गुटबाजी जमीनी स्तर पर हावी हो चुकी है और अगर यह लड़ाई ऐसे ही जारी रही तो आने वाले दिन भाजपा के लिए अच्छे नहीं होंगे। फिलहाल पार्टी के कुछ नेताओं ने सोशल मीडिया के जरिए पार्टी व पार्टी के नेताओं का अक्स खराब करने वाले नेताओं की पार्टी हाईकमान से शिकायत करने का मन बनाया है।

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