भाजपा ने 18 विधानसभा हलकों की सूची तैयार की जहां कांग्रेस व JDS बुरी तरह थे आमने-सामने

punjabkesari.in Tuesday, May 22, 2018 - 09:27 AM (IST)

जालंधर (धवन): कर्नाटक मेें चाहे बहुमत न होने के कारण भाजपा के मुख्यमंत्री बी.एस. येद्दियुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया है परन्तु भाजपा ने पर्दे के पीछे 15 मई को ही कांग्रेस तथा जे.डी.एस. के विधायकों को तोडऩे की योजना पर कार्य शुरू कर दिया था। इसी दिन कांग्रेस तथा जे.डी.एस. ने आपस में मिलकर सरकार बनाने का ऐलान किया था। भाजपा की कर्नाटक राज्य इकाई ने उन 18 विधानसभा हलकों की सूची तैयार की थी, जहां पर कांग्रेस तथा जे.डी.एस. के उम्मीदवार चुनावी जंग में बुरी तरह से आमने-सामने थे।

 

इन 18 हलकों में या तो कांग्रेस के उम्मीदवार जीते थे या फिर जे.डी.एस. के। परन्तु दिलचस्प बात यह थी कि इन 18 हलकों में कांग्रेस तथा जे.डी.एस. के उम्मीदवारों में एक-दूसरे प्रति भारी नफरत की भावना थी। परन्तु सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने भाजपा की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।भाजपा को उम्मीद थी कि वह 15 दिनों में इन 18 विधानसभा हलकों में से कांग्रेस व जे.डी.एस. के विधायकों को तोडऩे में कामयाब हो जाएगी। इसकी भनक कांग्रेस तथा जे.डी.एस. को भी लग गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने जब बहुमत साबित करने की मियाद को 15 दिनों से घटाकर मात्र एक दिन कर दिया तो भाजपा की योजना को गहरा आघात लगा। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार जिस दिन बहुमत साबित किया जाना था, उस दिन कुछ घंटे पूर्व ही भाजपा को यह पता चल गया था कि वह विधानसभा में बहुमत के लिए आवश्यक आंकड़ा जुटा पाने में असमर्थ रही है।

इसी तरह से एक योजना यह भी थी कि बहुमत साबित करने वाले दिन विधानसभा में कांग्रेस व जे.डी.एस. के विधायकों को लुभा लिया जाए परन्तु सुप्रीम कोर्ट द्वारा लाइव प्रसारण के आदेश देने के बाद सारी योजनाएं ठप्प होकर रह गईं। दूसरी ओर कांग्रेस तथा जे.डी.एस. ने अपने-अपने विधायकों को सर्वोच्च नेताओं की निगरानी में रखा हुआ था। दोपहर के भोज के समय येद्दियुरप्पा ने भाजपा विधायकों से कहा कि वह शक्ति परीक्षण में नहीं पड़ेंगे तथा भाषण के बाद इस्तीफा दे देंगे। भाजपा यह समझ कर चल रही थी कि जिन 18 विधानसभा हलकों में बहुत निकट के मुकाबले में कांग्रेस या जे.डी.एस. एक-दूसरे से जीती है वहां के विधायक उसे अवश्य समर्थन दे देंगे परन्तु ऐसा नहीं हो सका। 

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