शिरोमणि कमेटी व जत्थेबंदियों में झड़प, लगे खालिस्तान के नारे

punjabkesari.in Saturday, Oct 10, 2020 - 09:25 AM (IST)

अमृतसर (अनजान/ दीपक): गुरुद्वारा श्री रामसर साहिब में 2016 में हुई आगजनी की घटना संबंधी पांच सिंह साहिबानों द्वारा मौजूदा प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल व कार्यकारिणी की सेवा आज तीसरे दिन सम्पूर्ण हो गई है। इससे पहले श्री अकाल तख्त साहिब पर श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डाले गए, जिसमें प्रधान शिरोमणि कमेटी के अलावा समूह कार्यकारिणी के सदस्यों ने हाजिरी भरी। 

भोग उपरांत भाई मनिन्दरपाल सिंह के हजूरी रागी जत्थों ने कीर्तन किया। अरदास भाई प्रेम सिंह ने की और हुक्मनामा ज्ञानी जगतार सिंह एडीशनल हैड ग्रंथी ने लिया। श्री अकाल तख्त साहिब के एडीशनल हैड ग्रंथी  ज्ञानी मलकीत सिंह ने चोर साहिब की सेवा निभाई। इस उपरांत सारागढ़ी से लेकर दर्शनीय डियोढ़ी तक आखिरी पड़ाव तक झाड़ू की सेवा की गई। इसके बाद एक भोग समागम पर शिरोमणि कमेटी व जत्थेबंदियों में झड़प हो गई और खालिस्तान के नारे लगे।

शिरोमणि कमेटी प्रधान व कार्यकारिणी ने अकाल तख्त साहिब के हुक्म की उल्लंघना की
झंडे बुग्गे में एक बरसी संबंधी जत्थेबंदियों द्वारा रखवाए गए श्री अखंड पाठ साहिब के भोग समय जैसे ही शिरोमणि कमेटी प्रधान व कार्यकारिणी के मैंबर हाजिरी भरने गए तो अकाल फैडरेशन के प्रमुख नरायण सिंह चौड़ा ने अपनी स्पीच में यह कहना शुरू कर दिया कि शिरोमणि कमेटी प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल और कार्यकारिणी सदस्यों ने समागम में शामिल होकर श्री अकाल तख्त साहिब के हुक्म का उल्लंघन किया है, क्योंकि पांच सिंह साहिबानों ने पश्चाताप की सजा सुनाते समय इनको एक माह तक किसी भी समागम में शामिल होने के लिए मना किया था। 

इस पर दोनों पक्षों में आपसी बहसबाजी के साथ झड़प शुरू हो गई और सरबत खालसा के जरनैल सिंह सखीरा, अमृतसर अकाली दल के हरबीर सिंह संधू, नरायण सिंह चौड़ा, दूसरी तरफ सुखदेव सिंह भूरा कोहना, भाई मनजीत सिंह मैंबर शिरोमणि कमेटी, जसपाल सिंह निजी सहायक और दोनों पक्षों के सभी सदस्यों और अधिकारियों में तू-तू मैं-मैं शुरू हो गई और दोनों पक्षों ने जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब को एक-दूसरे की शिकायत करने के लिए कहा। सरबत खालसा के जरनैल सिंह सखीरा ने कहा कि शिरोमणि कमेटी प्रधान और कार्यकारिणी ने समागम में शामिल होकर अकाल तख्त के हुक्म का उल्लंघन करने के साथ-साथ घोर गलती की है, जिसके लिए जत्थेदार अकाल तख्त को शिरोमणि कमेटी की कार्यकारिणी को तलब करने के लिए विनती की जाएगी। 

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